अल्मोड़ा के मौलेखाल में ग्रामीणों ने अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम को बैरंग लौटाया
अल्मोड़ा: विकास खंड मुख्यालय मौलेखाल में अतिक्रमण हटाने आई टीम को ग्रामीणों ने बैरंग लौटा दिया। इस दौरान ग्रामीणों की अधिकारियों के साथ तीखी झड़प भी हुई। विरोध को देखते हुए अधिकारियों की टीम लौट गई, जिसके बाद ग्रामीणों और व्यापारियों ने तहसील पर विरोध प्रदर्शन भी किया।
लोक निर्माण विभाग के एई सतनाम सिंह, तहसीलदार दलीप सिंह पुलिस टीम के साथ बुल्डोजर लेकर मौलेखाल पहुंचे। उन्होंने सड़क किनारे बने शिक्षक फकीर राम के भवन की छत के एक हिस्से और सीढ़ी पर बुल्डोजर चलाकर उसे ध्वस्त कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही मौलेखाल सहित जालीखान, कपराढ़य्या, शशिखाल के लोग एवं व्यापारी मौके पहुंचे और बुलडोजर के आगे खड़े होकर हंगामा करने लगे।
ग्रामीणों ने कहा कि वर्ष 1965 में सड़क के लिए उनके पूर्वजों ने जमीन दान में दी थी। उन्होंने अपने खेतों में ही भवन और व्यापारिक प्रतिष्ठान बनाए हैं। ऐसे में उन्हें तोड़ना गलत है। दो घंटे तक हंगामे के बाद आखिरकार टीम को बुलडोजर सहित लौटना पड़ा। इसके बाद व्यापारी और स्थानीय लोगों ने तहसील कार्यालय पहुंच कर धरना दिया।
कहा कि अतिक्रमण के नाम पर उनके घरों में बुलडोजर चलाकर उन्हें अपनी जमीन से बेदखल करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। घरों पर बुलडोजर चलने से नाराज व्यापारियों और लोगों ने हंगामे के दौरान सड़क जाम करने की भी कोशिश की। ग्रामीण मरचूला-भिकियासैंण सड़क पर एकत्र हो गए लेकिन पुलिस ने किसी तरह उन्हें समझाते हुए सड़क जाम करने से रोका।