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रुद्रपुर। एसटीएफ और पुलभट्टा पुलिस ने मुठभेड़ के बाद संयुक्त टीम ने हथियारों के सौदागर को गिरफ्तार कर लिया है और उसके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए हैं। बताया जा रहा है कि आरोपी पर कई अपराधिक मामले पंजीकृत हैं। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है। गुरुवार को एसपी सिटी मनोज कत्याल, एसपी क्राइम चंद्रशेखर घोड़के, सीओ एसटीएफ सुमित पांडे एवं एसटीएफ प्रभारी एमपी सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि बुधवार की रात्रि को एसटीएफ की टीम पुलभट्टा इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही थी कि अचानक खबर मिली कि बरा इलाके की ओर से एक युवक भारी मात्रा में हथियारों की खेप ला रहा है।
सूचना मिलते ही एसटीएफ ने पुलभट्टा थाना पुलिस से संपर्क किया और एक संयुक्त टीम बनाकर बरा इलाके में चेकिंग अभियान शुरू कर दिया, इसी दौरान टीम को एक युवक आता हुआ दिखाई दिया। टीम ने जब उसे रुकने का इशारा किया तो उसने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जिस पर संयुक्त टीम ने मुठभेड़ और घेराबंदी कर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम इश्तियाक अहमद उर्फ सोनू निवासी मोहल्ला बाजार बहेड़ी यूपी बताया। टीम ने उसके कब्जे से दो देशी पिस्टल सेमी ऑटोमैटिक व चार मैग्जीन, एक देशी रिवाल्वर 38 बोर, तीन देशी तमंचे 22 बोर और कई जिंदा कारतूस बरामद किए। बताया कि आरोपी पिछले लंबे समय से हथियारों की खेप लाकर सीमावर्ती इलाकों का फायदा उठाकर सप्लाई करता है। इसके लिए उसे मोटी रकम मिलती है।
एसटीएफ की गिरफ्त में आए हथियारों के सौदागर इश्तियाक ने पूछताछ में बताया कि वह वर्ष 2008 से अवैध हथियारों की खेप यूपी के एटा, कानपुर, मध्य प्रदेश, मुरैना, राजस्थान के अलवर से हथियार मंगवाता है। इसके बाद नेटवर्क के माध्यम से यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा और पंजाब आदि राज्यों में सप्लाई करता है। बताया कि अब तक वह 400 से अधिक अवैध हथियारों की खेप पहुंचा चुका है। इसके लिए वह पहले से खरीदारों की एक सूची बनाते हैं और खेप लाकर शीघ्र महंगे दामों पर बेचता है। पकड़े गए आरोपी इश्तियाक अहमद ने बताया कि बाहरी प्रदेशों से हथियारों की खेप हमेशा कोड वर्ड के आधार पर मंगवाई जाती है। हथियारों की सप्लाई के दौरान फोन पर पिस्टल को (गाड़ी) और कारतूसों को कैप्सूल कहते हैं। पिस्टल करीब 30 हजार में मिलती है जिसे आगे 40 हजार में पार्टी को बेचा जाता है। इसी प्रकार एक पिस्टल में 10 हजार का मुनाफा होता है। एसटीएफ द्वारा पकड़े गए आरोपी इश्तियाक अहमद का अपना एक आपराधिक इतिहास है। पूछताछ में पता चला है कि वर्ष 2011 में थाना भोजीपुरा, वर्ष 2019 में थाना बहेड़ी, वर्ष 2020 में थाना सिरसा हरियाणा और वर्ष 2022 में थाना बहेड़ी में आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हो चुका है। इसके अलावा एसटीएफ अब पूरे नेटवर्क की तलाश में जुट गई है।
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