नैनीताल न्यूज़: 48 साल पुराने जमरानी बांध परियोजना पर काम शुरू होने का सपना जल्द ही पूरा हो सकता है. इस परियोजना के अंतर्गत बांध से पानी लाने और वितरण के लिए पेयजल निगम ने 704.17 करोड़ की डीपीआर अध्ययन के लिए आईआईटी रुड़की को भेजी थी. आईआईटी की टीम ने मार्च माह में परियोजना का स्थलीय निरीक्षण कर डीपीआर को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. इससे आने वाले समय में हल्द्वानी में पेयजल की समस्या का जल्द समाधान होने की उम्मीद जगी है.
हल्द्वानी के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सालभर पेयजल का संकट बना रहता है. घरों में पेयजल की समस्या से हर रोज लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. शहर के कई इलाकों में पेयजल की पेयजल किल्लत के चलते लोग टैंकर से पानी मंगाने को मजबूर हैं. इसके लिए उन्हें हर माह हजारों रुपए पानी के बिल के अतिरिक्त खर्च करने पड़ते हैं. घरों तक पानी पहुंचाने के लिए हर रोज 120 एमएलडी पानी की जरूरत होती है, लेकिन विभाग गौला नदी और ट्यूबवेल से 86 एमएलडी पानी ही दे पाता है. इससे हर रोज 34 एमएलडी पानी की कमी बनी रहती है. ऐसे में जमरानी में बनाए जाने वाले बांध से शहर तक पानी पहुंचाने को जल निगम ने 704 करोड़ लागत की परियोजना का निर्माण कर डीपीआर आईआईटी रुड़की को भेजी थी. मार्च माह के तीसरे सप्ताह में आईआईटी टीम ने परियोजना स्थल का निरीक्षण किया. विभागीय अधिकारियों ने बताया कि आईआईटी ने इस योजना के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. टीम के दिए गए टेक्निकल सुझावों को शामिल कर परियोजना को फाइनल कर लिया जाएगा.