उत्तराखंड

हरिद्वार में नदी-नालों पर कितना अतिक्रमण?

Harrison
25 Sep 2023 12:36 PM GMT
हरिद्वार में नदी-नालों पर कितना अतिक्रमण?
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उत्तराखंड | जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार रोशनाबाद में जलभराव और बाढ़ सुरक्षा योजना के सम्बन्ध में बैठक हुई. जिसमें डीएम ने अधिकारियों से जनपद में बाढ़ और जल भराव के संबंध में जानकारी ली. डीएम ने नालों में जमा सिल्ट, नदी तथा नालों पर अतिक्रमण की स्थिति, बाढ़ सुरक्षा में रेलवे तथा लोक निर्माण विभाग की भूमिका, बन्धे के निर्माण के लिए भूमि की उपलब्धता, जल भराव व बाढ़ सुरक्षा में आने वाला अनुमानित व्यय आदि विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत विचार-विमर्श किया.
डीएम ने अधिकारियों से जनपद के बाढ़ और जलभराव वाले क्षेत्रों, जलभराव के प्रमुख कारक, नालों का चिह्नीकरण व उनकी चौड़ाई, नदियों तथा नालों में सिल्ट की स्थिति आदि की जानकारी ली. इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई मंजू, आदि मौजूद रहे.
पांच करोड़ रुपये की सड़कें आपदा में बहीं
जुलाई और अगस्त में बारिश ने जिला पंचायत को करीब पांच करोड़ रुपये की सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई. जिला पंचायत ने इन सड़कों के रखरखाव और दोबारा निर्माण के लिए बजट उपलब्ध कराने का प्रस्ताव शासन को भेजा है. जिला पंचायत अध्यक्ष चौधरी किरण सिंह उर्फ राजेंद्र सिंह का दावा है कि जल्दी सड़कों को बनाने का काम शुरू किया जाएगा.
इस बार आपदा ने हरिद्वार जिले को काफी नुकसान पहुंचा है. फसलों और निजी संपत्तियों का तो नुकसान हुआ ही है. कई विभागों की करोड़ों रुपये की संपत्तियां भी आपदा की भेंट चढ़ गई.
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