उत्तराखंड

हैनरी वॉटर फॉल का सौंदर्यीकरण मनरेगा के तहत किया गया

Admin Delhi 1
5 Nov 2022 2:24 PM GMT
हैनरी वॉटर फॉल का सौंदर्यीकरण मनरेगा के तहत किया गया
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टनकपुर न्यूज़: टनकपुर चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे ग्राम पंचायत धौंनरौत के बेट्टीगाड़ में मनरेगा से 3.99 लाख रुपये व्यय कर व 1230 मानव दिवस सृजित कर हैनरी वॉटर फॉल का सौंदर्यीकरण का कार्य किया गया है। इस वाटर फॉल को देखने के लिए पर्यटक भी अब भारी संख्या में यहां आकर इस का लुफ्त उठा रहे हैं। जिला विकास अधिकारी एस के पंत ने बताया कि ग्रामीण विकास के अंतर्गत टनकपुर चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित ग्राम पंचायत धौनरौत में वित्तीय वर्ष 2022-23 में मनरेगा योजना के तहत वाटरफॉल का निर्माण पर्यटन को बढ़ावा दिये जाने के उद्देश्य से किया गया है। योजना से पहले यह झरना उपेक्षित था। उक्त स्थल पर पहुंचने के लिए कोई मार्ग नहीं था, साथ ही यदा-कदा स्थानीय ग्रामीण जानवरों को नहलाने यहां लाते थे।

मनरेगा योजना के तहत इस झरने तक पहुंच मार्ग चैकडैम, दीवार आदि बनाकर इस झरने को सैलानियों की दृष्टि से विकसित किया गया है। वर्तमान में झरने का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद एन०एच० से गुजरने वाले पर्यटक एवं विभिन्न क्षेत्रों के लोग इस झरने को देखने बहुतायत संख्या में आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि हर दिन 60 से 70 पर्यटक इस झरने को देखने तथा इसका आनन्द लेने आ रहे हैं। जिस में स्थानीय दुकानदारों की आय में भी वृद्धि हो रही है। इसका कार्य पूर्ण होने के बाद लगभग 300 वर्ग फिट क्षेत्र में जल संग्रहित होकर 2 छोटे जलाशयों का निर्माण हुआ है, जिनके पास में बैठने के लिए पैराफिट का निर्माण किया गया है।

योजना से इन जलाशयों में वर्षभर पानी की उपलब्धता रहने से आस-पास के क्षेत्र में सिचाई व मत्स्य पालन के लिए 5 टैंक का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें लगभग 2000 मछली बीज डालकर वर्ष में लगभग 5 कुन्तल मछली उत्पादन कर रूपया 1.35 लाख आमदनी का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में जल तो उपलब्ध था परन्तु टैंक उपलब्ध न होने से पानी का उचित उपयोग नहीं हो पा रहा था। सैलानियों के आने से स्थानीय दुकानदारों की आय में वृद्धि हुई है। स्थानीय दुकानदार राम सिंह द्वारा ने बताया कि जलाशय बनने से पूर्व राष्ट्रीय राजमार्ग में सैलानियों की आवाजाही तो रहती थी, परन्तु उस स्थान पर सैलानी रुकते नही थे।

अब जलाशय बनने से प्रतिदिन 60 से 70 लोग जलाशय में रूक कर उनकी व अन्य दुकान में आते है। जिससे प्रतिदिन 6000 से 7000 रुपये की व्यवसाय में वृद्धि हुई है। क्षेत्र के अन्य लोगों का भी कहना है कि इस प्रकार के विकास कार्यों से निश्चित रूप से गांवों में लोगों का आना जाना बढ़ेगा और रिवर्स पलायन होगा।

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