zuttrakhand: सीमांत जिले पिथौरागढ़ में भारी बीरिश के 15 से ज्यादा सड़कें बंद है। जिस कारण लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच सरकार ने पिथौरागढ़ के आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए हेलिकॉप्टर भेज दिया है।
आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए हेलिकॉप्टर पहुंचा पिथौरागढ़
प्रदेश के सीमांत जिले पिथौरागढ़ में भारी बारिश के कारण कई सड़कें बंद है। जिस कारण आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों को करने में काफी दिकक्तों का सामना करना पड़ता है। जिसे देखते हुए सरकार ने पिथौरागढ़ में एक हेलिकॉप्टर भेज दिया है। जिसे राहत-बचाव कार्यों में इस्तेमाल में लाया जाएगा।
धारचूला, मुनस्यारी और अन्य क्षेत्र के लोगों को मिलेगी राहत
सीमांत जिले पिथौरागढ़ में हर मानसून काल में दुर्गम क्षेत्र धारचूला, मुनस्यारी और अन्य क्षेत्र के लोगों को सड़कें बंद होने से खाने-पीने से लेकर अस्पताल जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लोगों को किसी भी प्रकार की कोआ परेशानी ना हो इसलिए सरकार ने ये फैसला लिया है।
आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए हेलिकॉप्टर पहुंचा पिथौरागढ़
प्रदेश के सीमांत जिले पिथौरागढ़ में भारी बारिश के कारण कई सड़कें बंद है। जिस कारण आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों को करने में काफी दिकक्तों का सामना करना पड़ता है। जिसे देखते हुए सरकार ने पिथौरागढ़ में एक हेलिकॉप्टर भेज दिया है। जिसे राहत-बचाव कार्यों में इस्तेमाल में लाया जाएगा।
धारचूला, मुनस्यारी और अन्य क्षेत्र के लोगों को मिलेगी राहत
सीमांत जिले पिथौरागढ़ में हर मानसून काल में दुर्गम क्षेत्र धारचूला, मुनस्यारी और अन्य क्षेत्र के लोगों को सड़कें बंद होने से खाने-पीने से लेकर अस्पताल जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लोगों को किसी भी प्रकार की कोआ परेशानी ना हो इसलिए सरकार ने ये फैसला लिया है।
समय से अस्पताल तक पहुंचेंगे घायल और बीमार
पिथौरागढ़ में हेलिकॉप्टर होने से दुर्गम क्षेत्र धारचूला, मुनस्यारी जैसे कई अन्य क्षेत्रों में हेली के माध्यम से आपदा में घायल और बीमार लोगों को समय से अस्पताल तक पहुंचाया जा सकेगा। इसके साथ ही आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत-बचाव कार्यों में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा।
पिथौरागढ़ में हेलिकॉप्टर होने से दुर्गम क्षेत्र धारचूला, मुनस्यारी जैसे कई अन्य क्षेत्रों में हेली के माध्यम से आपदा में घायल और बीमार लोगों को समय से अस्पताल तक पहुंचाया जा सकेगा। इसके साथ ही आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत-बचाव कार्यों में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा।