उत्तराखंड

स्वास्थ्य विभाग ने दूसरे दिन भी नहीं दी जानकारी, 56 कैदी हेपेटाइटिस पॉजिटिव

Admin4
12 Aug 2022 11:45 AM GMT
स्वास्थ्य विभाग ने दूसरे दिन भी नहीं दी जानकारी, 56 कैदी हेपेटाइटिस पॉजिटिव
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न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला

स्वास्थ्य विभाग आमजन को बीमारियों से बचाने और जागरूकता अभियान चलाने का दावा करता है। लेकिन दूसरी तरफ जेल में 56 कैदियों के हेपेटाइटिस पॉजिटिव आने पर भी बेपरवाह बना है।

हरिद्वार जिला कारागार में 56 कैदियों को हेपेटाइटिस होने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने दूसरे दिन भी जेल प्रशासन को नहीं दी। जेल प्रशासन को जानकारी नहीं होने के कारण पीड़ित कैदियों को उपचार शुरू नहीं हो सका है। इतना ही नहीं संक्रमित मरीजों से दूसरे लोगों को बीमारी न फैले, इसके लिए जरूरी कदम भी नहीं उठाए जा सके हैं।

स्वास्थ्य विभाग आमजन को बीमारियों से बचाने और जागरूकता अभियान चलाने का दावा करता है। लेकिन दूसरी तरफ जेल में 56 कैदियों के हेपेटाइटिस पॉजिटिव आने पर भी बेपरवाह बना है। 28 और 29 जुलाई को जिला जेल में लगाए गए हेपेटाइटिस जांच शिविर की रिपोर्ट बुधवार को आ गई थी। 56 कैदी हेपेटाइटिस पॉजिटिव मिले हैं। इन मरीजों का समय पर उपचार शुरू हो सके इसके लिए जेल प्रशासन को जानकारी नहीं दी थी। आज बृहस्पतिवार को भी जेल प्रशासन को कोई सूचना नहीं भेजी।

स्वास्थ्य विभाग की इस लापरवाही से हेपेटाइटिस पॉजिटिव कैदियों का उपचार शुरू नहीं हो सका है। पीड़ितों को आईसोलेट तक नहीं किया गया है। जेल प्रशासन को यही नहीं पता कि कौन कौन कैदी बीमारी से पीड़ित हैं। कैदी सामान्य दिनों की तरह ही जेल में हैं। इससे हेपेटाइटिस का संक्रमण दूसरों में फैलने की आशंका बनी है।

कोरोना मामले में भी बरती थी लापवाही

दो अगस्त को जिला कारागार में 43 कैदियों के कोरोना संक्रमित मिलने पर भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से लापरवाही बरती गई थी। जेल प्रशासन को कैदियों के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी नहीं दी गई थी। अगले दिन जेल में संक्रमण की सूचना दी गई थी।

जिला जेल में कैदियों के हेपेटाइटिस पॉजिटिव आने के बाद भी जेल प्रशासन को जानकारी नहीं देना गंभीर मामला है। लापरवाही की जांच की जाएगी। कैदियों के हेपेटाइटिस पॉजिटिव आने की जानकारी देने और जरूरी उपचार और एहतियात बरतने के निर्देश दिए जाएंगे।

- डॉ. आर राजेश कुमार, प्रभारी सचिव, स्वास्थ्य

मौखिक और लिखित में कैदियों के हेपेटाइटिस संक्रमित होने की कोई जानकारी नहीं दी गई है। इससे वह न तो कोई एहतियात बरत पा रहे हैं और न ही उपचार शुरू कर पा रहे हैं।

- मनोज कुमार आर्य, जेल अधीक्षक, हरिद्वार

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