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उत्तराखंड | पूर्व सीएम हरीश रावत ने हरिद्वार के गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर, सीएम आवास के समीप मौन उपवास के बाद समर्थकों के साथ सांकेतिक गिरफ्तारी दी. उन्होंने 20 अक्तूबर तक किसानों की समस्याओं का समाधान न होने पर देहरादून के साथ ही नेशनल हाईवे भी जाम करने की चेतावनी दी है. वहीं देर शाम हरीश रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. रावत ने कहा कि सीएम ने उनकी मांगों पर सकारात्मक रुख दिखाते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
पूर्व सीएम हरीश रावत सुबह समर्थकों के साथ कांग्रेस भवन से ट्रैक्टर ट्राली पर सवार होकर कैंट रोड स्थित केंद्रीय विद्यालय के बाहर पहुंचे. करीब एक घंटे तक रावत ने यहीं पर मौन उपवास किया. दोपहर बाद एक बजे उन्होने सीएम आवास कूच किया, जहां पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. इस दौरान कुछ कार्यकर्ता बैरिकेडिंग फांदने में कामयाब रहे. बाद में हरीश रावत ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल संग बैरिकेडिंग पर चढ़कर, कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. हरीश रावत ने कहा कि बाढ़ के कारण गन्ना किसान बर्बाद हो गए हैं, लेकिन सरकार उन्हें किसी तरह से राहत नहीं दे पा रही है. उन्होंने एसडीएम हरगिरी को पांच सूत्रीय ज्ञापन और गन्ना की पूली भी सौंपी. इस मौके पर नेता विपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, विधायक ममता राकेश, फुरकान अहमद, विरेंद्र कुमार, उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी, मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
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