उत्तराखंड
यशपाल आर्य के काफिले पर हमले के मामले में हरीश रावत ने मुख्यमंत्री से बात की
Shantanu Roy
5 Dec 2021 9:41 AM GMT
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यशपाल आर्य के काफिले पर हुए मामले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश है. इस मामले में आज हरीश रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात भी की.
जनता से रिश्ता। यशपाल आर्य के काफिले पर हुए मामले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश है. इस मामले में आज हरीश रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात भी की. इस दौरान हरीश रावत ने कहा उधम सिंह नगर पुलिस यशपाल आर्य को मरवा देगी. इस दौरान उन्होंने कैबिनेट मंत्री पर भी गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा कि कहा इस षड्यंत्र में उनका भी हाथ हो सकता है. हरीश रावत ने कहा उधम सिंह नगर पुलिस पूरी तरह से फेल हो चुकी है. जिस कारण मुख्यमंत्री को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए.
हरीश रावत ने कहा कि जब से यशपाल आर्य की सुरक्षा हटाई गई है, तबसे उन्हें जान माल का खतरा बना हुआ है. ऐसे में तुरंत उनकी सुरक्षा की व्यवस्था की जानी चाहिए. जिससे भविष्य में इस तरह की कोई घटना ना हो. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात करते हुए हरीश रावत ने कहा इस मामले में तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए. इसके अलावा हरीश रावत ने डीजीपी से भी फोन पर बात की.
बता दें आज पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल रविवार को हल्द्वानी स्थित उनके आवास पहुंचे. जहां हरीश रावत और गणेश गोदियाल ने यशपाल आर्य से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना. इस दौरान हरीश रावत ने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में इस तरह की घटना होना शर्मनाक है.
बता दें कि, रविवार को हरीश रावत और गणेश गोदियाल हेलीकॉप्टर से हल्द्वानी पहुंचे, जहां वह यशपाल आर्य के आवास पहुंचे. उनसे मुलाकात की और पूरी घटना की जानकारी ली. इस दौरान हरीश रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तरह से डरी हुई है. जिसका नतीजा है कि अब कांग्रेस के नेताओं पर हमला करवाना शुरू कर दिया है. लोकतंत्र में इस तरह की घटना होना शर्मनाक है और राजनीति में कोई स्थान नहीं है.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से यशपाल आर्य और उनके पुत्र संजीव आर्य के ऊपर हमला हुआ है, वह निंदनीय है और इसको लेकर पूरी तरह से प्रदेश सरकार और बीजेपी के नेता जिम्मेदार हैं. इस हमले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक इस लड़ाई को लड़ेगी. जिस तरह से यशपाल आर्य पर हमला हुआ है उससे प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं. प्रदेश सरकार तुरंत यशपाल और उनके पुत्र को सुरक्षा दें, जिससे इस तरह की घटना भविष्य में न घटे.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि जिस तरह से यशपाल आर्य और उनके पुत्र के ऊपर हमला हुआ है अगर कांग्रेस कार्यकर्ता नहीं बचाते तो संभवत उनकी जान भी जा सकती थी. ऐसे में अब कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से सरकार के खिलाफ आंदोलन छोड़ेंगी और जब तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी तब तक कांग्रेस का आंदोलन जारी रहेगा.
जानिए क्या है मामलाः दरअसल, आज कांग्रेस नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य (Former cabinet minister Yashpal Arya) को बाजपुर में एक कार्यक्रम में शिरकत करनी थी. दोपहर में जैसे ही कांग्रेस नेता यशपाल आर्य का काफिला बाजपुर पहुंचा तो एक गुट ने उनका काफिला रोक दिया. इस दौरान दोनोंं पक्षों के बीच कहासुनी शुरू हो गई. कहासुनी देखते ही देखते धक्का-मुक्की और मारपीट में बदल गई. बाद में बीच-बचाव करने के बाद दोनों पक्षों को अलग किया गया.
घटना के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य (Former cabinet minister Yashpal Arya) अपने दर्जनों समर्थकों के साथ कोतवाली पहुंचे. जहां उन्होंने दूसरे पक्ष के लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. यशपाल आर्य कोतवाली में ही धरने पर बैठ गए. बताया जा रहा है कि हमलावर काले झंडों के साथ लाठी-डंडों से लैस होकर आए थे. घटना में यशपाल आर्य समर्थक नवदीप कंग समेत अन्य लोग चोटिल (fight with supporters of yashpal arya) हुए हैं. लेवड़ा पुल के पास श्मशान घाट के सामने ये घटना हुई है.
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