देहरादून | आर्केडिया क्षेत्र में न्यू ट्विन सिटी के धामी सरकार के प्लान पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने सवाल उठाए हैं। सरकार ने इस योजना पर यूएस एजेंसी मैकेंजी ग्लोबल से सर्वे कराया है। जिस पर हरीश रावत ने निशाना साधा है। हरीश रावत ने कहा है कि 2016 में उनकी सरकार ने यही योजना बनाई थी तो लोगों ने जमकर विरोध किया। अब अमेरिकन कंपनी मैकेंजी ग्लोबल ने ये सुझाया है तो सबने चुप्पी साध ली है।
प्रदेश के शहरों में बढ़ते आबादी के बोझ को देखते हुए धामी सरकार लगातार नए शहर बसाने की योजना पर पर काम कर रही है। इसके तहत देहरादून में आर्केडिया स्थित चाय बागान को भी नया शहर बसाने के लिए चुना गया है। चाय बागान की लगभग 720 हेक्टेयर भूमि पर नयू दून सिटी बनाने की योजना है। आर्केडिया में सरकार ने न्यू देहरादून ट्विन सिटी बनाने की योजना के लेकर यूएस की एजेंसी मैकेंजी ग्लोबल के जरिए सर्वे कराया है।
आर्केडिया चाय बागान क्षेत्र में नया शहर बनाने की योजना पर पूर्व सीएम और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने निशाना साधा है। हरीश रावत ने कहा है कि 2016 में उनकी सरकार ने यही योजना बनाई थी तो लोगों ने जमकर विरोध किया। अब अमेरिकन कंपनी मैकेंजी ग्लोबल ने ये सुझाव दिया है तो सबको रास आ रहा है। जबकि अब तो देहरादून शहर के फेफड़े के साथ ही दिल पर भी वार हो रहा है। हरीश रावत ने चुटकी लेते हुए कहा है कि इसलिये कहते हैं कि ‘घर-गांव का जोगड़ा, आन गांव का सिद्ध’।
वहीं बीजेपी ने हरीश रावत पर पलटवार किया है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि हरीश रावत अपनी मनमानी के कारण इस योजना पर काम नहीं कर पाए। और अब धामी सरकार जनता के हित में पूरी गंभीरता के साथ काम कर रही है तो वो अपनी खीझ निकलने में लगे हैं।
2016 में आर्केडिया चाय बागान क्षेत्र में टाउनशिप विकसित करने की कांग्रेस की हरीश रावत सरकार की योजना का जमकर विरोध हुआ था। सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों ने इसे देहरादून की आबोहवा को बर्बाद करने की योजना बताकर विरोध में मोर्चा खोल दिया था। जिसके कारण तत्कालीन कांग्रेस सरकार को अपने कदम पीछे खींचने पड़े थे। यही वजह है कि हरीश रावत अब धामी सरकार के साथ ही, सामाजिक संगठनों पर अपनी खीझ निकाल रहे हैं।