उत्तराखंड: प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रविवार को मौन उपवास रखा। बता दें हरदा ने ये मौन उपवास हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा 10 अशासकीय डिग्री कॉलेजों को संबद्ध खत्म करने पर रखा। हरदा ने गढ़वाल विश्व विद्यालय के इस फैसले को गलत बताया है।
छात्रों के समर्थन पर किया उपवास
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा की गढ़वाल विवि के इस फैसले से हजारों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा। हरीश रावत ने उपवास के माध्यम से सरकार को चेताने का काम किया है। ताकि सरकार छात्रों के भविष्य को देखते हुए उचित निर्णय ले सके।
ये है मामला
हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय ने डीएवी, डीबीएस समेत 10 अशासकीय डिग्री कॉलेजों को इस सत्र से डिएफिलिएट कर दिया है। कॉलेजों को विवि ने एक जुलाई 2012 से 30 जून 2023 तक संबद्धता दी हुई थी। इन 10 कॉलेजों में जो छात्र पहले से पढ़ रहे हैं वे विश्वविद्यालय से ही परीक्षाएं देकर डिग्री ले सकेंगे।
इन कॉलेजों को किया गया डिएफिलिएट
डीएवी पीजी कॉलेज, देहरादून
डीबीएस पीजी कॉलेज, देहरादून,
एसजीआरआर पीजी कॉलेज, देहरादून
डीडब्ल्यूटी कॉलेज, देहरादून
एमकेपी पीजी कॉलेज, देहरादून
बीएसएम कॉलेज रूड़की,
राठ महाविद्यालय, पैठाणी
चिन्मय डिग्री कॉलेज बीएचईएल, रानीपुर
एमपीजी पीजी कॉलेज, मसूरी
महिला विद्यालय डिग्री कॉलेज, सतीकुंड कनखलछात्रों के समर्थन पर किया उपवास