हल्द्वानी न्यूज़: दुल्हन के घर जाने वाली सड़क बंद देखकर अग्नि के सात फेरे लेने से पहले दूल्हा कांग्रेस नेतृत्व के साथ उसी बंद सड़क पर ही धरने पर बैठ गया। दूल्हे ने दुल्हन को सात वचन देने से पूर्व कांग्रेस को वचन दिया और लिया कि जब तक ससुराल जाने वाली सड़क नहीं खुलती है तब तक वह कांग्रेस के साथ इस आंदोलन में कदम से कदम मिलाकर चलेगा। यह कोई फिल्मी सीन या सियासी पटकथा नहीं है। दरअसल, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने मंगलवार को बीते 23 दिनों बंद काठगोदाम-हैड़ाखान मार्ग को सुचारू करने की मांग को लेकर धरने का आह्वान किया था। इसी क्रम में मंगलवार सुबह 10 बजे नेता प्रतिपक्ष आर्य के साथ ही दर्जनों पदाधिकारी व कार्यकर्ता हैड़ाखान पहुंच गए और सांकेतिक उपवास कर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस बीच वहां से वहां से एक बारात गुजर रही थी।
दूल्हा राहुल निवासी कोटाबाग बारातियों व बैंड बाजों के साथ-साथ पैदल ही दुल्हनिया को लेने ससुराल पसौली गांव जा रहा था। दूल्हा कांग्रेस नेताओं का धरना प्रदर्शन देखकर ठहर गया। वह भी बारात छोड़कर नेता प्रतिपक्ष आर्य के साथ धरने पर बैठ गया। बाद में दूल्हे के घरवालों और कांग्रेस नेताओं के समझाने पर वह बारातियों के साथ गंतव्य के लिए रवाना हो गया। हालांकि दूल्हे ने आश्वासन दिया कि यदि भविष्य में इस सड़क को शुरू करने के लिए फिर से आंदोलन हुआ तो वह जरूर हिस्सा लेगा। इस दौरान भीमताल के ब्लॉक प्रमुख डॉ. हरीश बिष्ट, भीमताल नगर पंचायत अध्यक्ष देवेंद्र चनौतियां, प्रदेश महासचिव महेश शर्मा, जिलाध्यक्ष सतीश नैनवाल, कार्यकारी जिलाध्यक्ष राहुल छिमवाल, दान सिंह भंडारी, संजय साह, केदार पलड़िया, खष्टी बिष्ट, केडी रूबाली, मनोज बिष्ट, नवीन पलड़िया, ललित बुटलिया, संदीप राणा, महेश भंडारी प्रधान, कुन्दन सिंह आदि मौजूद रहे।
किसी भी युवक-युवती के लिए विवाह ऐसा मौका होता है जो फिर नहीं आता है। इस समय दूल्हा दुल्हन खास होते हैं और उन्हें हर सहूलियत मिलती है लेकिन उन्हें तो बारात ले जाने में ही संघर्ष करना पड़ रहा है। अमूमन बारात में बैंड वाले बाजा बजाते हैं लेकिन यहां तो बारातियों की ही बैंड बज गई है। - दूल्हा राहुल निवासी कोटाबाग
हैड़ाखान सड़क के बंद होने से 120 गांवों की 50 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित है। बीती 15 नवंबर को भूकंप आने के बाद पहाड़ दरकने से यह मार्ग बंद है। 23 दिन का समय बीत चुका है लेकिन अभी तक सड़क नहीं खोली गई है। अस्थाई मार्ग से भी ग्रामीणों को राहत नहीं मिली है। इस सड़क का निर्माण कांग्रेस शासन में हुआ था लेकिन रखरखाव में बदतर हो गई। ग्रामीणों के सामने स्वास्थ्य, खाद्यान्न का संकट है। काश्तकारों की सब्जियां, फल सड़ रहे हैं वैकल्पिक मार्ग भी सिर्फ कोरा वादा है। यदि जल्द मार्ग सुचारू नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन होगा। - यशपाल आर्य, नेता प्रतिपक्ष, उत्तराखंड
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य सिर्फ विरोध की राजनीति कर रहे हैं। केंद्रीय रक्षाराज्य मंत्री अजय भट्ट के निर्देशानुसार बीआरओ इस सड़क का सर्वे कर चुकी है। टीएचडीसी की तकनीकी विशेषज्ञों की टीम भी सर्वे के लिए पहुंची है और इसी टीम ने ही दो दिन तक मार्ग बंद करने की मांग प्रशासन से की थी इसलिए यह सड़क बंद है। इस सड़क को शुरू करने के लिए शासन-प्रशासन दोनों ही तत्पर है। कांग्रेस को विकास में रोड़ा बनने वाली राजनीति से बचना चाहिए। - प्रताप बिष्ट, जिलाध्यक्ष भाजपा नैनीताल
टीएचडीसी की टीम ने किया सर्वे:
भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा, डीएफओ हल्द्वानी बाबूलाल ने लोनिवि अधिकारियों के साथ इस सड़क का स्थलीय निरीक्षण किया था। जो वैकल्पिक मार्ग बनाया गया है वह भी कारगर नहीं है। इसको लेकर टीएचडीसी की टीम ने तकनीकी सर्वे भी कर रही है और दो दिनों तक यह रूट बंद है। अब टीएचडीसी विशेषज्ञों की रिपोर्ट आने के बाद सड़क सुरक्षा को लेकर काम होगा।