देहरादून न्यूज़: प्रदेश में सरकारी डॉक्टरों को ड्यूटी टाइम के अतिरिक्त निजी प्रैक्टिस करने की छूट मिल सकती है. इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रस्ताव तैयार किया गया है.
स्वास्थ्य विभाग के नियमानुसार, फिलहाल सरकारी डॉक्टर ड्यूटी टाइम के अतिरिक्त समय में भी निजी प्रैक्टिस नहीं कर सकते. इसके बदले डॉक्टरों को नॉन प्रैक्टिस एलाउंस (एनपीए) के रूप में मूल वेतन का 20 प्रतिशत पैसा मिलता है. हालांकि इसके बावजूद डॉक्टरों में निजी प्रैक्टिस का ट्रेंड बढ़ रहा है. इसे देखते हुए सरकार डॉक्टरों को खाली समय में निजी प्रैक्टिस के तहत मरीज देखने की छूट देने पर विचार कर रही है. स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ.आर राजेश कुमार ने इसकी पुष्टि की. उधर, डॉक्टरों को निजी प्रैक्टिस की छूट से उनका एनपीए प्रभावित हो सकता है. हालांकि इस संदर्भ में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
मरीजों को भी मिलेगा फायदा: सरकारी डॉक्टरों को निजी प्रैक्टिस की छूट से लोगों को भी बड़ा लाभ हो सकता है. राज्य में इस समय करीब 2500 सरकारी डॉक्टर हैं. यदि इनमें से 50 डॉक्टर भी छूट के बाद निजी प्रैक्टिस करते हैं तो इससे लोगों के पास अस्पताल के बाहर भी डॉक्टरों से परामर्श लेने का मौका मिलेगा. सरकारी डॉक्टरों की फीस निजी अस्पतालों की फीस से कम होने की भी उम्मीद है.