उत्तराखंड
अपनी माता संग विराजमान गजानन, देवभूमि के पहाड़ों पर हुआ था भगवान गणेश का जन्म
Gulabi Jagat
27 Aug 2022 10:26 AM GMT
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Ganesh Chaturthi 2022 : कहा जाता है कि भगवान गणेश का जन्म उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी जिले में हुआ था। समुद्रतल से 3,310 मीटर की ऊंचाई पर उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित डोडीताल (Dodital) खूबसूरत पहाड़ों से घिरा एक मनमोहक ताल है।
इस ताल के निकट स्थित मंदिर को भगवान गणेश की जन्मस्थली माना जाता है। वहीं इस मंदिर के सामने स्थित ताल से भी एक बड़ा रहस्य जुड़ा हुआ है। आइए जानते हैं इस मंदिर के बारे में :
पौराणिक कथाओं के अनुसार उत्तरकाशी के डोडीताल (Dodital) को भगवान गणेश का जन्म स्थान माना गया है। कहा जाता है कि डोडीताल में ही माता पार्वती ने स्नान करने से पूर्व द्वार की सुरक्षा के लिए अपने उबटन से गणेश भगवान को उत्पन्न किया था।
डोडीताल में गजानन के साथ उनकी माता पार्वती भी विराजमान हैं। यहां पार्वती माता की पूजा अन्नपूर्णा के रूप में होती हैं। यहां माता अन्नपूर्णा का मंदिर (Maa Annapurna Temple Dodital) है।
श्रद्धालु यहां मां अन्नपूर्णा और भगवान गणेश की पूजा के लिए आते हैं। उनका विश्वास है कि भगवान गणपति डोडीताल के अन्नपूर्णा मंदिर मे अपनी माता के साथ आज भी निवास करते हैं।
डोडीताल (Dodital) से जुड़ा है रहस्य
ट्रैकिंग से जुड़े अगोड़ा निवासी संजय पंवार बताते हैं कि डोडीताल एक से डेढ़ किमी क्षेत्र में फैली षट्कोणीय झील है।
इसकी गहराई कितनी है, आज तक कोई इसका अनुमान नहीं लगा पाया है।
कई विज्ञानियों और वन विभाग के अधिकारियों ने झील की गहराई को नापने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे।
आज भी इस ताल की गहराई रहस्य बनी हुई है।
कैसे पहुंचें डोडीताल (Dodital)
यहां पहुंचने के लिए उत्तरकाशी आना होगा। देहरादून, ऋषिकेश और हरिद्वार से उत्तरकाशी के लिए बस और टैक्सी आसानी से मिल जाती हैं। यहां से 18 किमी अगोड़ा गांव तक सड़क मार्ग है।
अगोड़ा से बेवरा, छोटी व बड़ी उड़कोटी, मांझी होते हुए ट्रैकिंग कर डोडीताल पहुंच सकते हैं। देहरादून के सहस्रधारा हेलीपैड से चिन्यालीसौड़ (उत्तरकाशी) तक हेलीकाप्टर सेवा भी उपलब्ध है। अप्रैल से लेकर अक्टूबर तक इस ट्रैक पर मनमोहक दृश्य देखने को मिलते हैं।
Gulabi Jagat
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