हरिद्वार न्यूज़: सिडकुल की एक फूड कंपनी में चार कर्मचारी आग में झुलस गए. झुलसे कर्मचारियों को देख कंपनी में अफरातफरी मच गई. कर्मचारी इधर उधर भागने लगे. झुलसे कमर्चारियों को निजी वाहन से सिडकुल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अस्पताल प्रशासन की सूचना पर पहुंची सिडकुल पुलिस मामले की जांच में जुटी है. कर्मचारियों के आग में झुलसने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है. जबकि कंपनी प्रबंधन मामले में कुछ ज्यादा बोलने को तैयार नही है.
सुबह फूड कंपनी में कर्मचारी रोज की तरह काम कर रहे थे. कंपनी में लगी मशीन को चालू किया. वैसे ही वहां कुछ फटने की आवाज आई. जब तक कुछ समझ पाते अफरातफरी का माहौल बन गया. आनन फानन में कंपनी की मशीनों को बंद किया गया. कंपनी एचआर कैलाश चंद्र गुप्ता ने बताया कि कंपनी में लगी मशीन की गैस पाइप ने बैक की है. चार कर्मचारियों पप्पू, विकास, सुरेश, मनोज कुमार निवासीगण रावली महदूद के हाथ-पैर हल्के झुलसे हैं. ज्यादा चोट नहीं है. जल्द ही कर्मचारियों की छुट्टी हो जाएगी.
ट्रांसफार्मर की चपेट में आया किशोर झुलसा
पथरी क्षेत्र के गांव कटारपुर में विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण छह वर्षीय किशोर ट्रांसफार्मर की चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गया. परिजनों ने किशोर को आनन फानन में निजी अस्पताल में भर्ती कराया है. जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.
ग्राम पंचायत कटारपुर में बिजली के ट्रांसफार्मर के पास खड़ी एक भैसा बुग्गी पर दो बच्चे खेल रहे थे. जैसे बच्चा बुग्गी के ऊपर खड़ा हुआ तो वह ऊपर से जा रही ट्रांसफॉर्मर की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया. ग्रामीण नूतन कुमार, अकरम, मुर्स्लीम ने हादसे का जिम्मेदार ऊर्जा निगम को ठहराया है. कहा कि आबादी में ट्रांसफार्मर होने के बावजूद उसके चारों ओर ग्रिल नहीं लगाई है. ऊर्जा निगम के जेई वरुण कुमार ने बताया ट्रासफार्मर के चारों ओर ग्रिल लगाई गई थी. जिसे तोड़ दिया गया है. दोबारा से जल्द चारों ओर ग्रिल लगाई जाएगी.