पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र का बयान बना चर्चा का विषय
देहरादून न्यूज़: उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी के बाद अब विधानसभा 2022 में नियुक्ति पर राजनीतिक दल सवाल उठा रहे हैं। इसी क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता त्रिवेन्द्र सिंह रावत के भर्ती फाइल वापस करने के बयान सुर्खियों में है। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 2022 से पूर्व हुई नियुक्तियों को लेकर कांग्रेस ने राज्यपाल से गुरुवार को भेंट कर सवाल उठाया। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि मुख्यमंत्री होने के नाते मेरे पास भी विधानसभा में नियुक्तियों से संबंधित फाइल आई थी। पर हमने आयोग से पारदर्शिता नियुक्तियों की बात कह कर फाइल को लौटा दिया था। इससे पहले भी विधानसभा में हुई नियुक्तियों को लेकर सवाल उठते रहे हैं।
त्रिवेन्द्र ने विधानसभा में नियुक्तियों के अनुमोदन पर कहा कि मुझे जानकारी नहीं है। इन 72 नियुक्तियों में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सहित मंत्रियों के पीआरओं की भर्ती होने को लेकर चर्चा तेज हो गई है। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा ने कल सरकार से इन नियुक्तियों की भी जांच कराने की मांग की थी जिसके बाद अब विधानसभा में हुई नियुक्तियों पर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का साफ तौर पर कहना है कि भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। चाहे जितना भी बड़ा व्यक्ति क्यों ना हो अगर भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया तो उस पर हमारी सरकार की ओर से कार्यवाही जरूर की जाएगी।