पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बीजेपी पर बोलै हमला: "अग्निपथ योजना है उत्तराखंड की बर्बादी का पथ"

हल्द्वानी न्यूज़: पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने स्वराज आश्रम में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विभिन्न मामलों में धामी सरकार को आड़े हाथों लिया। उत्तराखंड में हो रही अग्निवीरों की भर्ती पर भी हरीश रावत ने धामी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने अग्निपथ योजना को उत्तराखंड की बर्बादी का पथ बताते हुए कहा कि अग्निवीर योजना के नाम से प्राइवेट आर्मी के लिए रिक्रूट तैयार किए जा रहे हैं। हो सकता है भविष्य में अग्निवीरों को अडानी को न सौंप दिए जाएं। हरीश रावत ने सवाल उठाया कि आखिर अग्निवीर योजना हमारी सेना का विकल्प कैसे हो सकती है? उन्होंने कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने अग्निवीर योजना की भर्ती पर सवाल उठाए हैं, लेकिन वह असली बधाई की पात्र तब होंगे जब खुद सतपाल महाराज कहेंगे कि अग्निवीर योजना बेकार है।
इधर, UKSSSC पेपर लीक मामले में भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि एसटीएफ की गिरफ्त में आया हाकम सिंह मानो अब उत्तराखंड भाजपा की संस्कृति और पहचान बन चुका है। भाजपा का ऐसा कोई बड़ा नेता नहीं है जिसकी फोटो हाकम सिंह के साथ नहीं हो। ऐसा कोई बड़ा नेता और पुलिस अधिकारी नहीं जो हाकम सिंह के रिजार्ट में ठहरा न हो। हरीश रावत ने अंदेशा जताते हुए कहा कि जनता को ऐसा लग रहा है कि उत्तराखंड की सरकार एसटीएफ को निष्पक्ष रूप से जांच नहीं करने देगी, लिहाजा या तो इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी जाए या हाईकोर्ट के सिटिंग जज की एक बेंच एसआईटी का गठन करे जो इस मामले की जांच करें और जब तक इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हो जाती या मामले से जुड़ा अंतिम व्यक्ति गिरफ्तार नहीं हो जाता तब तक इस जांच को निष्पक्ष रूप से पूर्ण कराना मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कर्तव्य है।
वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि अल्मोड़ा के गरुड़ाबाज में समाज सुधारक मुंशी हरिप्रसाद के नाम से बन रहे शिल्प उन्नयन संस्थान का काम राज्य सरकार ने पिछले छह साल से बंद कर दिया है। इसके विरोध में वह 24 अगस्त को कांग्रेस नेता गोविंद सिंह कुंजवाल के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ उपवास पर बैठेंगे।