नैनीताल न्यूज़: भू-स्खलन की जद में आयी चीना पीक की पहाड़ी पर देखरेख व प्रभावित क्षेत्र की तलहटी पर रह रहे लोगों की सुरक्षा का जिम्मा वन विभाग को दी गई है. जिला प्रशासन की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है, कि पहाड़ी पर भू-स्खलन क्षेत्र का निरीक्षण कर मलबा आबादी क्षेत्र तक आने से रोका जाए.
नैनीताल में भारी बारिश के दौरान बीते चीना पीक की पहाड़ी पर भू-स्खलन हो गया. पहाड़ी से बोल्डर व पत्थर तलहटी स्थित सड़क तक आ गए. घना कोहरा होने के कारण पहाड़ी में भू-स्खलन किस क्षेत्र से हुआ यह स्पष्ट नहीं हो सका. इसके बाद लोगों ने जिला प्रशासन से सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाने की मांग की. एडीएम अशोक जोशी ने बताया कि पूर्व में भी पहाड़ी में कई बार भू-स्खलन हो चुका है. जिसे लेकर दो बार प्रदेश स्तर से विशेषज्ञों की टीम अध्ययन को यहां पहुंची थी. बताया कि इस बार भू-स्खलन के बाद वन विभाग को तात्कालिक स्थिति के निरीक्षण के निर्देश दिए हैं.
खतरे के साये में 39 स्कूलों के भवन
चम्पावत जिले में इस मानसून सीजन में छात्र छात्राएं खतरे के साए में रह कर पढ़ाई करेंगे. दरअसल जिले के 39 विद्यालय संवेदनशील चिन्हित किए हैं. भारी बारिश के नजरिए से ये स्कूल भवन खतरा बने हैं. शिक्षा विभाग ने ऐसे भवनों का चिन्हिकरण किया है.
चम्पावत के सीईओ आरसी पुरोहित ने बताया मानसून के नजरिए से जिले में 39 संवेदनशील भवनों का चिन्हिकरण किया गया है. असुरक्षित रास्तों व मरम्मत योग्य स्कूलों में भारी बारिश के दौरान अवकाश देने के निर्देश दिए गए हैं.