वन विभाग ने हिंसक बाघ को कैमरे में किया कैद, ट्रेंकुलाइज की रणनीति बनानकी तैयारी
रामनगर न्यूज़: 16 जुलाई को बाइक सवार अमरोहा निवासी अफ़सारूल को जंगल में खींचकर ले गए हिंसक बाघ को वन विभाग ने चिन्हित कर लिया है। अब बाघ को ट्रेंकुलाइज किये जाने की रणनीति बनाई जा रही है।रामनगर वन प्रभाग एवं सीटीआर कर्मियों द्वारा हाथियों के साथ ही 35 से ज्यादा कैमरों, 2 ड्रोन, 40 से ज्यादा वनकर्मी हिंसक बाघ की गतिविधियों पर नज़र रख रहे हैं। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक धीरज पांडे ने बताया कि कालागढ़ टाइगर रिजर्व, वन प्रभाग, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के वन क्षेत्र सहित सभी क्षेत्रों में हमने एक्सटेंशन कैमरा ट्रैप लगाए हैं और रोज उनका डाटा एनलाइसिस का कार्य किया जा रहा है ताकि बाघ की मूवमेंट को समझ पाएं और यह जान पाएं कि कौन से क्षेत्र में बाघ की ज्यादा गतिविधि पाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि वन विभाग की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन चलाए हुए हैं। ट्रेंकुलाइज टीम भी वहां मौजूद है।
रामनगर वन प्रभाग के क्षेत्रधिकारी शेखर तिवारी ने बताया कि वनकर्मी पूरी चौकसी के साथ क्षेत्र में गश्त कर रहे हैं। बारिश बन रही है बाधक कार्बेट पार्क के पशु चिकित्सक डॉ. दुष्यंत कहते हैं कि इस बार लाइव कैमरा भी लगाया गया है। बाघ का मूवमेंट मिल गया था। उसे ट्रेंकुलाइज करने की तैयारियां भी हो चुकी थीं, मगर मूसलाधार बारिश आ जाने से अभियान को बीच में ही रोकना पड़ा। इसके अलावा घनी झाड़ियां भी इस अभियान में दिक्कत पैदा कर रही हैं। मौसम ने साथ दिया तो बाघ को ट्रेंकुलाइज कर पकड़ लिया जाएगा।