उत्तराखंड

50 लाख की रंगदारी मांगने वाले पांच बदमाश गिरफ्तार

Admin4
6 Aug 2022 9:29 AM GMT
50 लाख की रंगदारी मांगने वाले पांच बदमाश गिरफ्तार
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न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला

सीसीटीवी फुटेज की जांच में पता चला कि निपुण गोयल का पीछा स्कूटी सवार दो बदमाशों ने रानीपुर मोड़ की ओर से आकर किया गया था। पहचान छुपाने के लिए मुंह पर मास्क और रुमाल बांधा था।

हरिद्वार मोरा तारा ज्वैलर्स शोरूम के संचालक पर जानलेवा हमला करने और कुख्यात सुनील राठी के नाम पर 50 लाख की रंगदारी मांगने के आरोपी पांच बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बदमाश सराफा कारोबारी को मारने की नीयत से हरिद्वार आ रहे थे। आरोपियों से कार और स्कूटी भी बरामद की गई है। पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश किया।

ज्वालापुर कोतवाली में पत्रकार वार्ता में एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि मयूर विहार निवासी निपुण मित्तल का शंकर आश्रम के पास मोरा तारा के नाम से ज्वैलर्स का शोरूम है। निपुण ने बताया था कि 26 जुलाई की रात जब वह शोरूम से स्कूटी से अपने घर जा रहे थे तो आर्यनगर के पास स्कूटी को दो युवकों ने उसे ओवरटेक किया। निपुण को अपने ऊपर फायर होना महसूस हुआ। जिस पर उन्होंने स्कूटी रोककर देखा। सब कुछ सलामत होने पर कांवड़ियों की बाइक की साइलेंसर की आवाज मानकर अपने घर चले गए। रात को निपुण ने लैपटॉप किसी काम के लिए खोला तो उसमें छेद था और लैपटॉप टूटा था।

अगले दिन दोपहर में लैपटॉप को मैकनिक को दिखाया। मैकनिक ने लैपटॉप के अंदर से 32 बोर की बुलेट निकाली। इसके बाद उन्होंने कोतवाली में तहरीर दी। इसके बाद 27 जुलाई को उसके मोबाइल फोन पर कुख्यात सुनील राठी के नाम पर 50 लाख रुपये रंगदारी मांगी गई थी। जिसके बाद एसएसपी डा. योगेंद्र रावत ने पुलिस अधीक्षक नगर स्वतंत्र कुमार सहायक पुलिस अधीक्षक ज्वालापुर और क्षेत्राधिकारी ऑपरेशन निहारिका सेमवाल नेतृत्व में चार टीमों का गठन किया गया। मुखबिर से सूचना मिली कि निपुण गोयल के मुकदमा दर्ज कराने के बाद बदमाश बृहस्पतिवार रात उसे मारने की नियत से हरिद्वार आ रहे हैं। पुलिस ने घेराबंदी कर रानीपुर झाल के पास से पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

एसएसपी ने बताया कि आरोपियों के नाम प्रदीप चौहान, सचिन प्रजापति, कौशल कुमार, अरुण कुमार निवासी नवादा चौहान थाना नहटौर बिजनौर और अंकुर कुमार निवासी ग्राम फिना थाना सिवाला कला हैं। प्रदीप चौहान मुख्य आरोपी है। पुलिस ने आरोपियों से कार और असलहा बरामद किया है। एसएसपी ने पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।

चार टीमों का यह था काम

पहली टीम कोतवाल ज्वालापुर आरके सकलानी के नेतृत्व में बनाई गई थी। दूसरी टीम को सीआईयू प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह बिष्ट ने लीड किया। तीसरी टीम का नेतृत्व रेल चौकी प्रभारी प्रवीण रावत और चौथी टीम में आरक्षी प्रेम सिंह, निर्मल सिंह, जितेंद्र घटना स्थल के आसपास के सरकारी और निजी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच सौंपी गई थी।

सीसीटीवी फुटेज ने निभाई अहम भूमिका

सीसीटीवी फुटेज की जांच में पता चला कि निपुण गोयल का पीछा स्कूटी सवार दो बदमाशों ने रानीपुर मोड़ की ओर से आकर किया गया था। पहचान छुपाने के लिए मुंह पर मास्क और रुमाल बांधा था। भगत सिंह चौक पर लगे सीसीटीवी कैमरे से पता चला कि एक युवक यूके 07 एएल 1890 हुंडई कार से उतरकर स्कूटी में बैठा था। कार का रजिस्ट्रेशन नंबर चेक करने पर जानकारी हुई कि कार प्रदीप कुमार निवासी रावली महदूद बहादराबाद के नाम रजिस्टर्ड है। रजिस्ट्रेशन में दिए नंबर की कॉल डिटेल के बाद प्रदीप और उसके साथियों को ट्रेस किया गया।

कई प्रदेशों में दी गई दबिश

आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सीआईयू और ज्वालापुर पुलिस ने दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, हिमाचल, बिजनौर में दबिशें दी। मुख्य आरोपी प्रदीप कुमार को पता चला कि सराफा कारोबारी निपुण गोयल ने पुलिस को रंगदारी मांगने के संबंध में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है तो वह बौखला गया था।

पुलिस टीम में यह रहे मौजूद

कोतवाल आरके सकलानी, सीआईयू प्रभारी नरेंद्र सिंह बिष्ट, एसएसआई ज्वालापुर प्रदीप तोमर, रेल चौकी प्रभारी प्रवीण रावत, जगजीतपुर चौकी प्रभारी खेमेंद्र गंगवार, आरक्षी प्रेम, सुंदर लाल, अनूप नेगी, पदम, सुनील दत्त शर्मा, विवेक-सीआईयू, निर्मल, मनोज, जयपाल, नरेंद्र आदि मौजूद रहे।


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