किसानों ने पराली जलाने पर प्रतिबंध हटाने की मांग की, डीएम को भेजा ज्ञापन
बाजपुर: खेतों में पराली जलाने पर लगाई गई रोक को हटाने की मांग को लेकर किसान मुखर हो गए हैं। किसानों ने एसडीएम के माध्यम से डीएम को ज्ञापन भेजकर प्रतिबंध पर रोक लगाने की मांग की है। बुधवार को भारतीय किसान यूनियन से जुड़े किसानों ने ज्ञापन में बताया कि प्रदेश में केवल एक जनपद ऊधमसिंह नगर में ही धान की खेती बहुतायत में होती है। उनमें भी करीब 40 प्रतिशत गन्ना, 60 प्रतिशत धान व अन्य फसलें होती हैं। धान की पराली जलाने से होने वाला प्रदूषण बहुत कम है, जबकि अन्य उद्योगों से ज्यादा प्रदूषण होता है। वर्तमान में खेतों के अंदर धान की पराली जलाने को अपराध की श्रेणी में लाने की बात कही जा रही है, यदि किसान पराली नहीं जलाता है तो पांच हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से नुकसान होगा। ऐसे में सरकार द्वारा किसानों को होने वाले नुकसान की भरपाई मुआवजे के रूप में की जाए या फिर किसानों की पराली से संबंधित मशीनरी पर 80 प्रतिशत सब्सिडी देने का प्रबंध करे और जब तक सरकार द्वारा पराली से संबंधित किसी मशीनरी का प्रबंध नहीं किया जाता है, तब तक किसानों को पराली जलाने की अनुमति पूर्व की तरह दी जाए।
ज्ञापन में भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा, दलजीत सिंह रंधावा, अजीत प्रताप सिंह रंधावा, प्रताप सिंह संधू, बिजेंद्र सिंह डोगरा, बल्देव सिंह, विक्की रंधावा, हरप्रीत सिंह निज्जर, गुरवचन सिंह पड्डा, हरदयाल सिंह आदि मौजूद थे।