उत्तराखंड

आए दिन मीटर जंप मारने, बैक होने ने उपभोक्ताओं के लिए सिर दर्द बने विद्युत मीटर

Admin Delhi 1
5 Nov 2022 2:04 PM GMT
आए दिन मीटर जंप मारने, बैक होने ने उपभोक्ताओं के लिए सिर दर्द बने विद्युत मीटर
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काशीपुर न्यूज़: कुछ विशेष कंपनियों की ओर से लगाए गए विद्युत मीटर उपभोक्ताओं के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। आए दिन मीटर जंप मारने, बैक होने आदि की समस्याओं के चलते उपभोक्ताओं की फजीहत हो रही है। विभाग ने आने वाली शिकायतों का संज्ञान लेकर रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय भेज दी है। किस कंपनी पर कार्रवाई करनी है इस पर निर्णय मुख्यालय को लेना है।

दरअसल, कुछ वर्ष पूर्व ऊर्जा निगम ने मुख्यालय स्तर पर इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगाने का विभिन्न कंपनियों को ठेका दिया था। कंपनियों की ओर से जसपुर, काशीपुर, बाजपुर में करीब डेढ़ लाख से अधिक विद्युत मीटर लगाए गए। इनमें से एक विशेष कंपनी के विद्युत मीटर में जंप मारने, बैक होने, डिस्प्ले खराब होने, मॉश्चर आने आदि की शिकायत आने लगी।

धीरे-धीरे शिकायत बढ़ती चली गई। बिजली बिल भी खराब आने लगा। खराब बिजली बिल ठीक कराने और मीटर बदलवाने के लिए उपभोक्ता एक से दूसरे कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर होते रहे। कुछ समय पूर्व तक तो कुछ मीटर रीडर भी आईडीएफ का भारी भरकम बिल बनाकर उपभोक्ता को थमाने में लगे थे, लेकिन यह समस्या अब कम हो गई है। एक कंपनी के मीटर में शिकायतों का मुख्यालय स्तर पर भी अंबार लग गया था। बाद फिर से शिकायत आने लगी है। वर्तमान में जंप मारने, बैक होने, डिस्प्ले खराब होने की करीब 3-4 उपभोक्ता शिकायत लेकर कार्यालय पहुंच रहे हैं। इससे पूर्व इस प्रकार की शिकायतें अधिक थी। जिसका संज्ञान लेकर विद्युत परीक्षण खंड ने जिन-जिन कंपनियों के मीटर लगाए गए हैं उनकी रिपोर्ट तैयार एक सप्ताह पूर्व ही मुख्यालय भेजी गई है। किस कंपनी पर कार्रवाई होनी इस पर मुख्यालय को ही निर्णय लेना है।

जेई की रिपोर्ट पर बदला जाता है मीटर: मीटर जंप मारने, बैक होने आदि की शिकायत आने पर अब मीटर रीडर आईडीएफ का बिजली नहीं बनाने के बजाए खराब बता देता है। उपभोक्ताओं को ऑनलाइन शिकायत या प्रार्थना पत्र देना होता है। 1912 पर शिकायत आने पर जेई रिपोर्ट लगाकर देता है। इसके बाद मीटर बदला जाता है। इससे पूर्व मीटर रीडर आईडीएफ बिल बनाकर थमाते थे। बिल ठीक कराने के लिए उपभोक्ताओं का सिर दर्द बना रहता था।

कुछ उपभोक्ता भी स्वयं कर रहे मीटर खराब: सूत्रों ने बताया कि कुछ क्षेत्र ऐसे भी जहां कुछ उपभोक्ता मीटर रीडरों से सांठगांठ कर बिजली बिल कम बनवा रहे हैं। बाद में मीटर खराब दर्शा दिया जाता है। जिसके चलते ऊर्जा निगम कर्मियों को भारी परेशान होती है, जिससे कर्मियों पर काम बोझ बढ़ता जा रहा है। पूछने पर मीटर रीडर अधिकारियों व कर्मियों से माफी मांग कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।

विभिन्न कंपनियों के सर्किल में करीब डेढ़ लाख मीटर उपभोक्ताओं के यहां लगाए गए हैं। जंप मारने, बैक होने, डिस्प्ले खराब होने आदि समस्याओं से संबंधित 3-4 शिकायतें पहुंच रही हैं। इससे पूर्व शिकायतें अधिक आ रही थी। एक सप्ताह पूर्व ही सर्किल की रिपोर्ट तैयार मुख्यालय को भेजी गई है। आगे की कार्रवाई मुख्यालय स्तर पर ही होगी।

– राकेश कुमार, अधिशासी अभियंता, विद्युत परीक्षण खंड, काशीपुर

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