देहरादून: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए भतीजे की आवाज कॉपी कर 85 वर्षीय बुजुर्ग से साइबर ठग ने छह लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। बुजुर्ग के साथ यह घटना बीते 30 जनवरी को हुई। पीड़ित ने 31 जनवरी को पटेलनगर थाने में तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। पीड़ित ने एसएसपी से मिलकर आपबीती सुनाई, तब जाकर शनिवार को मुकदमा दर्ज किया गया। करतार सिंह निवासी पटेलनगर ने एसएसपी कार्यालय में दी तहरीर में कहा कि बीती 30 जनवरी को उनके पास एक अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को पीड़ित का भतीजा जसबीर सिंह बताया। फोन करने वाले की न्यूजीलैंड में निवास कर रहे पीड़ित के भतीजे से आवाज भी मिल रही थी। पीड़ित से उनके चेक की कॉपी भेजने को कहा। बताया कि वह उनके खाते में 9.50 लाख रुपये ट्रांसफर कर रहा है। इसमें छह लाख रुपये एक खाता नंबर देते हुए उसमें ट्रांसफर करने को कहा।
आरोपी ने एक रशीद भेजी। बुजुर्ग ने भतीजा समझकर उसके बताए बैंक खाते में छह लाख रुपये अपने खाते से ट्रांसफर कर दिए। शाम तक खाते में रकम जमा नहीं हुई। तब न्यूजीलैंड में रह रहे अपने भतीजे से संपर्क किया। उसने इस बारे में कोई बात होने या रकम भेजने को कहने से इनकार कर दिया। तब समझ आया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए उनके भतीजे की आवाज कॉपी कर चूना लगाया गया है। कहा कि उन्होंने 31 जनवरी को पटेलनगर थाने में तहरीर दी थी। वहां से साइबर थाने भेजा गया। साइबर थाने गए तो वहां से वापस पटेलनगर थाने जाने को कहा गया था। इंस्पेक्टर केके लुंठी ने बताया कि मुकदमा दर्ज किया गया है।
मोबाइल दुकान का शटर एक किनारे से उखाड़कर कीमती मोबाइल फोन चोरी कर लिए। वारदात घंटाघर से कुछ कदम की दूरी आरजीएम प्लाजा स्थित मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान में हुई। पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है। आयुष की आरजीएम प्लाजा में मोबाइल रिपेयरिंग की मोबाइल सॉल्यूशन प्वाइंट नाम से दुकान है। सोमवार सुबह देखा तो दुकान के शटर का एक हिस्सा उखड़ा हुआ था। अंदर देखा तो वहां रखे 35 से 40 पुराने मोबाइल फोन चोरी हो गए थे। चोर दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे और उनकी डीबीआर भी उखाड़कर ले गए। गल्ले में रखी नगदी भी चोरी हुई। इसे लेकर आरजीएम प्लाजा के दुकान संचालक सोमवार एसएसपी कार्यालय पहुंचकर अजय सिंह ने मिले। उन्होंने अपनी समस्या रखी। इस दौरान अजय, मोहित सैनी, यश गुलाटी, अंकित सुद्रियाल, अजय सैनी, आयुष बिष्ट शामिल रहे।