विकासखंड ताड़ीखेत के जीआईसी भुजान में शिक्षकों के एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप से खराब हुई छवि पर शिक्षा विभाग ने कड़ी कार्यवाही करने का निर्णय लिया है। शिक्षा विभाग में गुटबाजी की राजनीति में उलझी शिक्षकों को अब दुर्गम भेजने का मन बना लिया है। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारी से तीन दिन के अंदर दुर्गम विद्यालय से विकल्प लेकर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
जीआईसी भुजान में चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। एलटी संवर्ग की सहायक अध्यापिका ने विगत माह प्रभारी प्रधानाचार्य व प्रवक्ता वाणिज्य पंकज साह, प्रवक्ता अर्थशास्त्र शकील सिद्दीकी तथा अंग्रेजी प्रवक्ता के विरुद्ध मानसिक उत्पीड़न, जातिसूचक शब्दों के इस्तेमाल का आरोप लगा रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में कोतवाली पुलिस जांच कर रही है। वहीं, विभागीय स्तर पर भी जांच जारी है।
वत्सला मामले में आरोपित शिक्षिका ने हिंदी प्रवक्ता मिथिलेश्वर सिंह पर छेड़छाड़ का आरोप लगाकर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया था। तहरी पर वरिष्ठ शिक्षक मिथिलेश्वर के विरुद्ध भी रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है। अभिभावकों और पूर्व छात्रों के मुखर होने के बाद सीईओ ने बीईओ ताडीखेत एसएस चौहान को गुटबाजी में उलझे पूर्व प्रधानाचार्य प्राचार्य पंकज, शकील, वत्सला व मिथिलेश्वर को दुर्गम में भेजने के निर्देश दिए हैं। साथ ही विकल्प तैयार कर रिपोर्ट भी उनसे मांगी है। बीईओ ने कहा कि तय समयावधि के अंदर दुर्गम विद्यालयों से विकल्प की रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेजेगे।
न्यूज़ क्रेडिट: amritvichar