आपूर्ति बाधित होने से बाजार में बिजली से संबंधित काम पर पड़ रहा असर
ऋषिकेश न्यूज़: शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कटौती से लघु उद्योग व व्यापार चौपट हो रहे हैं. शहर में रोजाना औसतन तीन और गांवों में पांच घंटे बिजली कटौती हो रही है. ऐसे में बिजली से संबंधित कामकाज प्रभावित हो रहा है. सबसे अधिक नुकसान एसी, वेल्डिंग, बेकरी और इलेक्ट्रॉनिक कारोबार पर पड़ रही है.
हल्द्वानी समेत ग्रामीण क्षेत्रों में 80 से 90 तक इलेक्ट्रॉनिक की दुकानें हैं. हर दुकान में 7 से 8 कर्मचारियों को सेल्स के लिए रखा जाता है. गर्मी शुरू होते ही यहां एसी, कूलर की बिक्री बढ़ने लगी है. टीवी, फ्रीज, वाशिंग मशीन की बिक्री भी होती है. ग्राहक कुछ भी उपकरण लेने से पहले भली भांती चेक करता है. व्यापारी संजय पांडेय ने बताया कि बिजली कटौती से ग्राहकों को सामान तक नहीं दिखा पा रहे हैं.
शहर में 70 से 80 वेल्डिंग की दुकानें हैं. दुकानदारों के अनुसार उनके यहां 5 से 7 मजदूर काम करते हैं. एक मजदूर को 500 रुपये करीब दिहाड़ी देते हैं. इस तरह शहर की बात करें तो 490 से 560 तक मजदूर काम करते हैं. इनकी एक दिन की दिहाड़ी करीब ढाई लाख रुपये तक पहुंचती है. वेल्डिंग कारोबारी अब्दुल मतीन के अनुसार बिजली कटौती से वेल्डिंग कारोबारियों को रोज लाखों का नुकसान झेलना पड़ रहा है.
शहर के व्यापारियों को सुरक्षा दी जाए
कालाढूंगी रोड स्थित एक पेट्रोल पंप पर कर्मचारियों के साथ खुलेआम मारपीट की घटना से व्यापारियों में डर का माहौल बन गया है. प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल ने बैठक कर घटना की निंदा करते हुए कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं.
संगठन के केंद्रीय सयोजक डॉ. धर्म प्रकाश यादव ने कहा कि मारपीट की घटना के बाद व्यापारियों में भय का माहौल है. संगठन के जीएसटी प्रभारी डॉ. प्रमोद गोल्डी ने कहा कि व्यापार मंडल शहर की कानून व्यवस्था को लेकर जल्द वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मिलेगा. यहां सह सयोजक देवेश अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष सुभाष मोंगा, महामंत्री राजेंद्र फर्सवाण, महानगर अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, वीरेंद्र गुप्ता, पूरन लाल साह, राकेश गुप्ता, शकील अहमद सिद्दकी, आनंद सिंह अधिकारी, परबजोत चंडोक, मनीष साह, धरमू बोस आदि मौजूद रहे.