उत्तराखंड
ड्रोन की रहेगी पैनी नजर, कांवड़ यात्रा 2022 को लेकर हरिद्वार पुलिस-प्रशासन ने कस ली कमर
Gulabi Jagat
11 July 2022 12:55 PM GMT
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कांवड़ यात्रा 2022
कांवड़ मार्ग की निगरानी इस बार पहली बार ड्रोन से होगी, हालांकि इससे पहले भी ड्रोन कांवड़ मेले में उड़ाए गए हैं, लेकिन इस बार पूरे मार्ग की निगरानी की जाएगी। 12 एएसपी के अलावा 31 सीओ समेत कई हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की जा रही है। पैरामिलिट्री फोर्स अभी तक हरिद्वार नहीं पहुंच पाई है।
एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि कांवड़ मेले में एक पुलिस अधीक्षक, 12 अपर पुलिस अधीक्षक, 31 पुलिस अधीक्षक 67 थाना प्रभारी की ड्यूटी लगाई गई है। इसके साथ ही अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती भी की जाएगी। 12 कंपनियों की मांग की गई है। मेले में पुलिस उपनिरीक्षक 330।
महिला उपनिरीक्षक 80, मुख्य आरक्षी 190, आरक्षी 2 हजार, महिला आरक्षी 326, यातायात निरीक्षक पांच, यातायात उप निरीक्षक 12, यातायात मुख्य आरक्षी 40, यातायात आरक्षी 156, एलआईयू से 29 एसआई, हेड कांस्टेबल एलआईयू 15, महिला आरक्षी एलआई से 50 तैनात की गई हैं।
पीएसी की 15 कंपनियां रहेंगी तैनात
पीएसी की 15 कंपनी तैनात की जा रही हैं। इसके साथ ही फ्लड टीम की एक कंपनी की भी तैनाती की जा रही है। इसके अलावा एटीएस की एक गुलदार टीम, बीडीएस की छह टीम, स्वान के छह दल, पीआरडी के 500 और होमगार्ड के 1200 जवान तैनात किए जाएंगे।
किराये पर लिए जाएंगे ड्रोन
हरिद्वार पुलिस के पास चार ड्रोन हैं। सरकार की ओर से 50 ड्रोन से सुरक्षा करने का दावा किया गया है। लेकिन हरिद्वार पुलिस के पास ड्रोनों की संख्या बेहद कम है। इसीलिए अन्य जिलों के अलावा ड्रोन को किराये पर लेकर चलाया जाएगा।
मेले से पूर्व ही पहुंचने लगे कांवड़िये
कांवड़ मेले की विधिवत शुरुआत 14 जुलाई से होनी है, लेकिन हरकी पैड़ी से गंगा जल लेने के लिए कांवड़ियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। शनिवार को कांवड़ पटरी पर काफी संख्या में कांवड़ियों की आवाजाही बनी रही। कांवड़ को लेकर जिला प्रशासन अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है।
14 जुलाई से होने वाले कांवड़ मेला शुरु हो जाएगा। दो वर्ष तक कोविड पाबंदियों के चलते कांवड़ मेला नहीं हो पाया था। जिला प्रशासन का अनुमान है कि इस बार कांवड़ियों की संख्या चार करोड़ को पार कर सकती है। मेले से एक सप्ताह पूर्व ही कांवड़ियों का हरिद्वार से जल भरकर अपने क्षेत्र के शिवालयों की ओर निकलने भी लगे हैं।
रविवार को राजस्थान के डोसा जिले के बांदीगुज गांव से तीन कांवड़िए संजय, नीरज, संदीप गंगाजल भरकर राजस्थान को रवाना हुए। उन्होंने बताया कि हरिद्वार से करीब साढ़े पांच सौ किलोमीटर की दूरी पैदल चलकर अपने गांव के शिवालय में जलाभिषेक करेंगे। लुधियाना से आए नंदू ने बताया कि वह पंद्रहवीं बार कांवड़ लेकर जा रहे हैं। दो साल तक कांवड़ यात्रा नहीं चली इस बार यात्रा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हरियाणा के रिवाड़ी से आए मोनू सिंह ने बताया कि वह 13 वीं बार कांवड़ लेकर निकले हैं।
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