हरिद्वार न्यूज़: नगर निगम में नालों के टेंडर में प्रारंभिक जांच में गड़बड़ी की पुष्टि होने पर जांच सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपी गई है. आरोप है कि एक अधिकारी ने टेंडर में साठगांठ की थी. उधर भाजपा नेता ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की है.
भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व मंडल अध्यक्ष सुमित लखेरा ने आरोप लगाया था कि टेंडर देने में गड़बड़ियां हो रही है. शिकायत पर जांच हुई तो शिकायत सही पाई गई. जिस पर आयुक्त ने टेंडर को निरस्त कर दिया. दोबारा टेंडर हुए तो 27 प्रतिशत पर गया, जबकि इससे पहले एक प्रतिशत पर टेंडर जा रहे थे. इससे निगम को 30 लाख का फायदा हुआ है. मालूम हो कि सुमित ने मामले की शिकायत सीएम को भी की थी. जिस पर जांच के आदेश जारी किए गए हैं.
पहले ही कर दी थी शिकायत सुमित लखेरा की ओर से एमएनए को टेंडर खुलने से तीन दिन पहले बता दिया गया था कि टेंडर किसी ठेकेदार को मिले है. एमएनए ने टेंडर खुलते समय जांच की तो टेंडर उन्हीं को मिला हुआ था. जिस पर टेंडर को निरस्त कर दिया.
एमएनए का कहना है कि प्रारंभिक जांच के बाद टेंडर निरस्त कर दिए गए थे. जांच सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपी गई है.
डीएम को दी शिकायत
सुमित ने डीएम को शिकायत कर आरोप लगाया कि एक अधिकारी ने ठेकेदारों से साठगांठ करके टेंडर बांटने का और सरकार को राजस्व की हानि पहुंचाने की कोशिश की है. मामला पकड़े जाने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. सुमित ने कहा कि अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो नगर आयुक्त का घेराव कर धरना प्रदर्शन किया जाएगा.