उत्तराखंड

सरकारी अस्पतालों में नर्सिंग इंटर्न व डॉक्टरों में स्टाइपेंड को लेकर भेदभाव

Admindelhi1
22 Feb 2024 6:13 AM GMT
सरकारी अस्पतालों में नर्सिंग इंटर्न व डॉक्टरों में स्टाइपेंड को लेकर भेदभाव
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नैनीताल: सरकारी अस्पतालों में नर्सों की कमी का संकट दूर नर्सिंग कॉलेज के स्टूडेंट्स दूर कर रहे हैं। स्टूडेंट्स को इंटर्शनशिप के दौरान 10-12 घंटे तक भी काम करना पड़ता है। घंटों ड्यूटी के बावजूद इंटर्नशिप के दौरान स्टूडेंट्स को मामूली स्टाइपेंड की रकम तक नहीं मिल रही है। वहीं सरकारी अस्पतालों में इंटर्नशिप करने वाले डॉक्टरों को करीब 17 हजार रुपये हर माह स्टाइपेंड (मानदेय) दिया जाता है। नर्सिंग का कोर्स कर रहे स्टूडेंट्स को 6 माह अस्पतालों में ड्यूटी करनी पड़ती है। ड्यूटी को इंटर्शनशिप कहा जाता है। इस इंटर्नशिप के एवज में इनको कोई स्टाइपेंट नहीं दिया जाता है। वहीं एमबीबीएस के बाद मेडिकल के छात्र सरकारी अस्पतालों में इंटर्नशिप करते हैं। इनको 7500 रुपये मिलता था। डॉक्टरों ने 2021 में अपनी मांग को जोर शोर से उठाया तो धामी सरकार ने छह माह बाद ही डाक्टरों का स्टाइपेंड 17000 रुपये कर दिया, लेकिन पिछले 4 सालों से स्टाइपेंड की मांग उठा रहे नर्सिंग स्टूडेंट्स की मांग सरकार अनसुनी कर रही है। घंटों ड्यूटी करने व अस्पतालों की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का जिम्मा संभाले नर्सिंग इंटर्न को मानदेय नहीं मिलने से उनमें व्यवस्था के खिलाफ आक्रोश बढ़ रहा है। भेदभाव से नर्सिंग इंटर्न व्यथित हैं।

नर्सिंग इंटर्न को स्टाइपेंट दिए जाने का मामला संज्ञान में है। इसको लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की गई है। शासन स्तर पर जो भी जरूरी कार्रवाई होगी वह की जाएगी। नैनीताल शहर काफी महंगा है। कमरे का किराया काफी महंगा है। सामान भी काफी महंगा हो गया है। ज्यादातर स्टूडेंट्स के घरों की स्थिति ऐसी नहीं है कि इंटर्शनिप कर सकें। -भानु प्रिया, इंटर्नशिप छात्रा निवासी बागेश्वर इंटर्नशिप करने के दौरान हॉस्टल की सुविधा नहीं मिलती है। 12-12 घंटे तक ड्यूटी करने के बावजूद घर से पैसे मांग कर किराये पर कमरा लेना काफी मुश्किल हो जाती है।

चार-चार स्टूडेंट्स छोटे कमरे में कर रहे गुजारा: नैनीताल स्थित बीडी पांडे कॉलेज ऑफ नर्सिंग की स्टूडेंट्स अल्मोड़ा बागेश्वर उत्तरकाशी से यहां आकर इंटर्नशिप करने वाली नर्सिंग स्टूडेंट्स बमुश्किल अपना गुजारा कर रहीं हैं। नैनीताल में कमरा किराये पर लिया है। किराया महंगा होने के चलते 4-4 छात्राएं एक कमरे में रहकर किसी तरह से इंटर्नशिप कर रहीं हैं।

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