हरिद्वार न्यूज़: कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि धामी सरकार संकट की घड़ी में किसानों के साथ खड़ी है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिले के कुछ हिस्से को आपदा ग्रस्त घोषित किया है. आपदा को कोई रोक नहीं सकता है, लेकिन धामी सरकार संकट की घड़ी में जिम्मेदारी निभा रही है. उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के आंकलन के अनुसार 38 करोड़ 56 लाख रुपये मुआवजा राशि तय की गई है.
मंत्री जोशी ने हरिद्वार डाम कोठी पहुंचकर पत्रकारों से वार्ता की. इस दौरान मंत्री जोशी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है. 2195 क्षेत्रों में लोगों के पास पहुंच कर उनका हाल जाना है. आपदा में 255 गांव प्रभावित हैं. आपदा का ज्वाइंट सर्वे चल रहा है. केंद्र की टीम हरिद्वार पहुंचकर स्थिति का जायजा लेगी. आपदा के कारण 53884 हेक्टेयर भूमि प्रभावित है. हालांकि सरकारी आंकड़े के अनुसार 22884 हेक्टेयर भूमि प्रभावित हुई है. क्षेत्र के 91301 हेक्टेयर में फसल बोई गई थी. खराब हुई फसल का आंकलन किया जाएगा.
अधिकारी करेंगे आंकलन मंत्री जोशी ने बताया कि आपदा ग्रस्त इलाकों के निरीक्षण के दौरान लोगों ने कृषि ऋण में ब्याज माफ होने की मांग की है. इसके लिए कृषि विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाई है. अधिकारी हरिद्वार में कैंप करेंगे और नुकसान का आंकलन करेंगे. किसानों की जितनी मदद धामी सरकार से होगी उतनी मदद की जाएगी.
कृषि सचिव पहुंचेंगे हरिद्वार जोशी ने कहा कि कृषि सचिव हरिद्वार पहुंचेंगे और लोगों की समस्या सुनेंगे. लोगों को मुआवजा उपलब्ध कराया जाएगा. ग्रामीण क्षेत्र में जो मकान प्रभावित हुए हैं, उनकी मदद के लिए शहरी विकास मंत्री से वार्ता की जाएगी.
गन्ने की फसल हुई खराब
मंत्री जोशी ने कहा कि क्षेत्र में बारिश से नुकसान हुआ है. लेकिन फैक्ट्रियों के केमिकल ने गन्ने की फसल बर्बाद कर दी है. सिडकुल और शुगर मिल के केमिकल से गन्ने और अन्य फसलों को जला दिया है. हो सकता है कि केमिकल के कारण भूमि भी रुक उपजाऊ न रही हो. भूमि की टेस्टिंग भी करानी पड़ेगी.