उत्तराखंड

धर्म संसद मामले : 33 लोग गिरफ्तार, चप्पे-चप्पे पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात

Rani Sahu
27 April 2022 9:02 AM GMT
धर्म संसद मामले : 33 लोग गिरफ्तार, चप्पे-चप्पे पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात
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उत्तराखंड (Uttarakhand) के रुड़की (Roorkee) के पास डाडा जलालपुर गांव में हिंदू महापंचायत (Hindu Mahapanchayat) को रोकने के लिए धारा 144 लागू की गई है

उत्तराखंड (Uttarakhand) के रुड़की (Roorkee) के पास डाडा जलालपुर गांव में हिंदू महापंचायत (Hindu Mahapanchayat) को रोकने के लिए धारा 144 लागू की गई है और कार्यक्रम से जुड़े 33 लोगों को हिरासत में लिया गया है. यह कार्यक्रम आज यानी बुधवार को होना था. अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया है कि डाडा जलालपुर गांव में 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के अवसर पर निकाली गयी शोभायात्रा पर पथराव के बाद सांप्रदायिक तनाव फैल गया था. धारा 144 लागू करने का कदम तब उठाया गया जब एक दिन पहले मंगलवार को उच्चतम न्यायालय ने उत्तराखंड के मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि वह अदालत में सार्वजनिक रूप से यह कहें कि रुड़की में निर्धारित धर्म संसद में कोई अप्रिय बयान नहीं दिया जाएगा और चेतावनी दी कि अगर कोई घृणा भाषण दिया जाएगा तो वह शीर्ष अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराएगा.

हरिद्वार के जिला मजिस्ट्रेट विनय शंकर पांडे ने कहा कि निषेधाज्ञा डाडा जलालपुर गांव में और उसके पांच किलोमीटर के दायरे में मंगलवार शाम लागू की गयी है,ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हिंदू महापंचायत नहीं हो. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक योगेन्द्र सिंह रावत ने कहा , महापंचायत को रोकने के लिए कार्यक्रम के आयोजन से जुड़े 33 लोगों को हिरासत में लिया गया है. इनमें काली सेना के राज्य संयोजक दिनेशानंद भारती भी शामिल हैं. इन्होंने ही आयोजन की पहल की थी और उनके छह समर्थकों को भी हिरासत में लिया गया है.
धारा 144 का उल्लंघन करने वालों पर होगी कार्रवाई
रावत के अनुसार,लोगों को किसी भी कीमत पर इकट्ठा नहीं होने दिया जाएगा. जो कोई भी धारा 144 का उल्लंघन करने की कोशिश करेगा,उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. अधिकारी ने बताया कि हालात पर नजर रखने के लिए क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर में हरिद्वार में तीन दिवसीय धर्म संसद हुई थी. जिसमें एक समुदाय के लोगों के खिलाफ नफरत फैलाने वाले भाषण दिए थे, जिनकी राष्ट्रीय स्तर पर निंदा हुई थ.
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