उत्तराखंड

सरेंडर करने में नाकाम रहा धारीवाल

Admin Delhi 1
4 April 2023 10:30 AM GMT
सरेंडर करने में नाकाम रहा धारीवाल
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हरिद्वार न्यूज़: पटवारी पेपर लीक प्रकरण में भाजपा के पूर्व नेता संजय धारीवाल की सरेंडर करने की कोशिश नाकाम रही. धारीवाला अपने गांव का प्रधान भी था. उसके वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार पहले ही छीन लिए गए थे.

चर्चित पटवरी पेपर लीक मामले में मोहम्मदपुर जट, नारसन निवासी संजय धारीवाला का नाम सामने आया था. पिछले साल हुए पंचायत चुनाव में वह अपने गांव का प्रधान चुना गया था. भाजपा में अपने संपर्कों के जरिए उसने मंगलौर ग्रामीण मंडल अध्यक्ष पद हासिल कर लिया. पेपर लीक में नाम सामने आने के बाद उसने 23 जनवरी को अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. पार्टी से भी उसे बाहर निकाल दिया गया. मुकदमा दर्ज होने के बाद वह फरार हो गया. आरोपी पुलिस से बचने के लिए कोर्ट में सरेंडर करने की तैयारी में था. पेपर लीक कांड में उसके दो रिश्तेदार भी गिरफ्तार हुए थे.

एसआईटी ने रिमांड पर लेने की तैयारी की

एसआईटी अब आरोपी भाजपा नेता को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है. एसआईटी का मानना है कि उससे लंबी पूछताछ के बाद प्रश्नपत्र लीककांड से जुड़े कई राज उजागर हो सकते हैं. एक पुलिस अधिकारी की माने तो पूर्व भाजपा नेता ने करीब तीस से चालीस अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र रटाया था, इसकी तह तक उसे पीसीआर पर लेकर ही जाया जा सकता है. उसकी जान पहचान पॉलीटेक्निक शिक्षक राजपाल एवं उसके भतीजे संजीव दुबे से थी, ऐसे में धारीवाल से कई अन्य चेहरों के जुड़े होने की उम्मीद भी जताई जा रही है.

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