उत्तराखंड

देवभूमि उत्तराखंड: बेरोजगार होने के बाद युवक ने डॉन नीरज बवाना के नाम से शुरू की रंगदारी मांगना

Admin Delhi 1
3 April 2022 9:41 AM GMT
देवभूमि उत्तराखंड: बेरोजगार होने के बाद युवक ने डॉन नीरज बवाना के नाम से शुरू की रंगदारी मांगना
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देवभूमि क्राइम न्यूज़: कुछ दिन पहले ही दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात नीरज बवाना का नाम लेकर सिडकुल के उद्यमी से पांच लाख की रंगदारी मांगने का एक मामला सामने आया था। उसके बाद व्यापारी और उसका पूरा परिवार बेहद डर गया था। फोन करने वाले ने धमकी दी थी कि अगर उसने पैसे नहीं दिए तो वह उसको और उसके पूरे परिवार को जान से मार देगा। तब से ही पूरा परिवार दहशत में था। मगर जब इस मामले का खुलासा हुआ तो पुलिस भी दंग रह गई। फोन करने वाला और कोई नहीं बल्कि बेरोजगार युवक निकला। और तो और वह बेरोजगार युवक पहले व्यापारी के पास ही काम किया करता था मगर उसकी नौकरी चले जाने के बाद से ही वह बेरोजगार था पैसे कमाने के लालच में उसने यह पूरी साजिश रची। उसे सड़क पर एक मोबाइल पड़ा मिला था और यूट्यूब पर नीरज बवाना के वीडियो देखकर उसने रंगदारी की योजना बनाई। सिडकुल थाने की पुलिस और एसओजी हरिद्वार की टीम ने मिलकर युवक को गिरफ्तार कर लिया है।


दरअसल सिडकुल औद्योगिक क्षेत्र में रेल के उपकरण बनाने वाली फैक्ट्री अवध रेल के स्वामी विरेंद्र पंवार के बेटे अमित पंवार के मोबाइल पर धमकी भरा फोन आया था। बात करने वाले शख्स ने खुद को नीरज बवाना गैंग का सदस्य बताते हुए पांच लाख की रंगदारी मांगी और रकम न देने पर हत्या की धमकी दी। उसके बाद पूरा परिवार डर गया था और पीड़ित परिवार ने पुलिस में मुकदमा दर्ज किया। मुकदमा दर्ज होने के बाद इंस्पेक्टर सिडकुल प्रमोद उनियाल और एसओजी इंस्पेक्टर नरेंद्र बिष्ट ने अपनी टीमों के साथ मिलकर खोजबीन की। मोबाइल नंबर की डिटेल निकालने पर पता चला कि सिम जिस युवक के नाम पर है, वह सड़क हादसे का शिकार हुआ था और उसी दौरान मोबाइल गिर गया था। पुलिस ने लोकेशन निकालकर सुमननगर कालोनी से आरोपित नितिन भाटी निवासी ग्राम भौरा थाना ककोड़, जिला बुलंदशहर उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में नितिन ने पुलिस को बताया कि कुछ दिन पहले तक वह अवध रेल कंपनी में काम करता था, नौकरी छूटने के कारण वह परेशान चल रहा था इसलिए रंगदारी मांग बैठा। युवक ने बताया कि उसने यूट्यूब पर नीरज बवाना का वीडियो देखकर रंगदारी की योजना बनाई थी। नितिन इस बात से अंजान रहा कि मोबाइल के सहारे पुलिस किसी भी वक्त उसकी लोकेशन ट्रेस कर उस तक पहुंच सकती है। इसी नादानी के चलते उसने धमकी देने के बाद भी मोबाइल चालू रखा। इतना ही नहीं, वह मोबाइल पर आने वाली कॉल भी रिसीव करता रहा। पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस कर उसको उसके आवास से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।


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