उत्तराखंड
उत्तराखंड के गाधारोणा गांव में डेंगू का हॉटस्पॉट घोषित, 100 से ज्यादा लोगों में हुई पुष्टि
Deepa Sahu
21 Oct 2021 3:27 PM GMT
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उत्तराखंड के रुड़की क्षेत्र के गाधारोणा गांव में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है।
उत्तराखंड के रुड़की क्षेत्र के गाधारोणा गांव में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है।एक साथ 84 और मरीज मिलने से यहां डेंगू पीड़ितों की संख्या 100 के पार पहुंच गई है। एहतियातन प्रशासन ने गांव को डेंगू का हॉट स्पॉट घोषित कर दिया है। बड़ी संख्या में मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 75 और लोगों के सैंपल लिए हैं। क्षेत्र के कई और गांवों में भी डेंगू से हाल बेहाल है। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सिविल अस्पताल में 30 बेड का डेंगू वार्ड बना दिया गया है। यहां दो दिन में ही गाधारोणा, चुड़ियाला, खेड़ी शिखोपुर, भगवानपुर, सुभाषनगर आदि जगहों के 14 मरीज भर्ती हैं।
एक हफ्ते में बिगड़े हालात
कुछ दिनों से बदलते मौसम के बीच शहर से देहात तक डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। अकेले गाधारोणा में ही मरीजों की संख्या 100 के पार पहुंच गई है। करीब एक सप्ताह पहले एक साथ डेंगू के 19 मरीज सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने गांव में शिविर लगाकर 97 लोगों के सैंपल लिए थे। इनमें से 48 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इसके बाद लिए गए 66 लोगों के सैंपलों में से भी 36 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। गांव में लगातार बढ़ती डेंगू संक्रमित लोगों की संख्या देखते हुए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने इसे डेंगू हॉट स्पॉट गांव घोषित कर दिया है। बृहस्पतिवार को भी गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहुंचकर शिविर लगाया और बुखार से पीड़ित 75 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। इस सैंपलों को जांच के लिए टीम ने लैब भेज दिया है। जांच के दौरान दो मरीजों की हालत गंभीर देखते हुए उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
अस्पताल में 30 बेड का डेंगू वार्ड तैयार किया गया
वहीं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा ने गाधारोणा पहुंचकर बुखार से पीड़ित लोगों से मुलाकात की। इस दौरान प्रेम गिरी, रवि गिरी, जितेंद, सईद राणा आदि मौजूद रहे। वहीं, डेंगू गाधारोणा के साथ ही अन्य गांवों में भी कहर बरपा रहा है। स्थिति ये है कि अधिकतर हर गांव से लोग संदिग्ध बुखार की चपेट में आ रहे हैं। शहर के मोहनपुरा, सुभाषनगर, दुर्गा कॉलोनी, अंबर तालाब आदि जगह डेंगू लोगों को अपना शिकार बना रहा है। सिविल अस्पताल में बुखार से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसको देखते हुए अस्पताल में 30 बेड का डेंगू वार्ड तैयार किया गया है। मात्र दो दिन में यहां 14 मरीज डेंगू से पीड़ित भर्ती हो चुके हैं। इसमें गाधारोणा के ही सात मरीज शामिल हैं। इसके अलावा चुड़ियाला से दो, खेड़ी शिकोहपुर से तीन, भगवानपुर से एक, सुभाषनगर से एक, माजरा से एक, अंबर तालाब से एक, जलालपुर से और सुनहरा से एक मरीज भर्ती है। सीएमएस डॉ. संजय कंसल ने बताया कि डेंगू पीड़ितों की संख्या को देखते हुए वार्ड बना दिए गए हैं। डॉक्टरों को एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
अब भलस्वागाज गांव भी बढ़े डेंगू के मरीज
झबरेड़ा क्षेत्र के भलस्वागाज गांव में डेंगू बुखार का प्रकोप चल रहा है। गांव के हर दूसरे घर में डेंगू के डंक से लोग पीड़ित हैं। ग्रामीणों का आरोप है स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में जांच करने नहीं पहुंच रही है। इसको लेकर लोगों में रोष पनप रहा है।
झबरेड़ा क्षेत्र के भलस्वागाज गांव में ग्रामीण कुछ दिनों से संदिग्ध बुखार की चपेट में आ रहे हैं। जांच करवाने के बाद कई लोग डेंगू से पीड़ित मिले। इसके बाद गांव में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ग्रामीणों के अनुसार गांव में हर तीसरे घर में दो से तीन लोग डेंगू और संदिग्ध बुखार से पीड़ित हैं। इसके बावजूद गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंची है। गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तो है, लेकिन यहां पीड़ित लोगों के सैंपल नहीं लिए जा रहे हैं। ग्रामीण मास्टर लाखन सिंह राणा का कहना है कि उनके घर में ही चार मरीज डेंगू से पीड़ित हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से उनकी अब तक कोई सुध नहीं ली गयी है। ग्रामीण भूरा ने बताया है कि उनका भतीजा डेंगू की चपेट में आ गया था।
उसका उपचार निजी चिकित्सक की देखरेख में ही कराया गया। गांव में स्थित स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर की तैनाती नहीं है। इसको लेकर ग्रामीणों में रोष है। ग्रामीण डिंपल राणा ने बताया कि उनके परिवार के आकाश दीप, आदित्य व तीन महिलाएं बुखार की चपेट में हैं। जांच के दौरान इनकी प्लेटलेट्स कम पाई गई है। इनका रुड़की के निजी अस्पतालों में उपचार चल रहा है। वहीं, शेर अली, सुभाष और बबिता आदि की भी बुखार में प्लेटलेट्स बहुत कम हो गई है। रुड़की स्थित तुलसी हॉस्पिटल के चिकित्सक नवीन बंसल ने बताया कि उनके यहां भलस्वागाज क्षेत्र के कई मरीज आ चुके हैं, जिनमें डेंगू की पुष्टि हुई है। इसके अलावा जटोल गांव से भी डेंगू के कई मरीजों का इलाज किया गया है।
गाधारोणा गांव के साथ ही मोहनपुरा, चुड़ियाला समेत कुछ अन्य गांवों पर स्वास्थ्य विभाग नजर बनाए हुए है। भलस्वागाज गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजकर मामले की जांच कराई जाएगी। डेंगू के मरीज मिलने पर यहां कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करवाया जाएगा। लोगों को भी डेंगू से सतर्क रहने की जरूरत है।
- डॉ. गुरनाम सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी
देहरादून में डेंगू के पांच और मरीज मिले, 76 पहुंची संख्या
देहरादून जिले में बृहस्पतिवार को डेंगू के पांच और मरीज मिले हैं। सभी अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। जिला वेक्टर जनित रोग अधिकारी सुभाष जोशी ने बताया कि इन मरीजों की 11, 18, 37, 41 और 62 वर्ष है।
जो क्रमश: पटेलनगर, नेहरू ग्राम, जीएमएस रोड, छोटा भारुवाला व रायपुर के रहने वाले हैं। यह मरीज क्रमश: श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल पटेलनगर, कोरोनेशन अस्पताल, सिनर्जी अस्पताल और कैलाश अस्पताल देहरादून में भर्ती हैं। जिनकी स्थिति ठीक बताई गई है। इस वर्ष अभी तक जनपद देहरादून में कुल 76 डेंगू पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं।
सुभाष जोशी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम और अन्य संबंधित विभागों की संयुक्त टीमें जिले के डेंगू प्रभावित और संवेदनशील क्षेत्रों में सघन लार्वा सर्वे कर रही हैं। साथ ही लार्वा को नष्ट करने और मच्छर नाशक का छिड़काव व फॉगिंग भी की जा रही है। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं व नगर निगम कर्मियों द्वारा लगातार निगरानी रखी जा रही है।
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