उत्तराखंड

देहरादून फिर बना कोरोना का हॉटस्पॉट, 50 फीसदी केस से सामुदायिक संक्रमण का अलर्ट

Renuka Sahu
2 Jan 2022 6:09 AM GMT
देहरादून फिर बना कोरोना का हॉटस्पॉट, 50 फीसदी केस से सामुदायिक संक्रमण का अलर्ट
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फाइल फोटो 

उत्तराखंड में पिछले एक सप्ताह मिले कुल कोरोना पॉजिटिवों का पचास प्रतिशत मरीज केवल देहरादून में मिले हैं।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तराखंड में पिछले एक सप्ताह मिले कुल कोरोना पॉजिटिवों का पचास प्रतिशत मरीज केवल देहरादून में मिले हैं। इससे राजधानी देहरादून के एक बार फिर कोरोना हॉट स्पॉट बनने का खतरा पैदा हो गया है। राज्य में कोरोना की पहली और दूसरी लहर की शुरूआत दून से ही हुई थी। राजधानी में ही सबसे अधिक संक्रमण बढ़ा जिसके बाद सभी जनपदों में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी।

इसके बाद अब कोरोना की तीसरी लहर भी राजधानी देहरादून से ही उभरती दिख रही है। पिछले एक सप्ताह के आंकड़े इस बात के संकेत दे रहे हैं। राज्य में पिछले एक सप्ताह के दौरान 304 नए मरीज मिले हैं। इसमें से 150 मरीज अकेले देहरादून जिले में हैं। विशेषज्ञों ने इस बात पर गहरी चिंता जताई है। पूर्व स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ आरपी भट्ट का मानना है कि देहरादून में मरीजों की तेजी से बढ़ती संख्या चिंता का विषय है और संक्रमण पर नियंत्रण के लिए गंभीर प्रयास किए जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि भीड़ पर नियंत्रण बहुत जरूरी है इसके अलावा संक्रमण रोक पाना संभव नहीं होगा। हालांकि स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ तृप्ति बहुगुणा ने कहा कि संक्रमण को नियंत्रित करने के प्रयास चल रहे हैं। जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है और कंटेनमेंट जोन आदि बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को भी सावधानी बरतना जरूरी है।
नए साल के पहले दिन उत्तराखंड में ओमीक्रोन के चार नए मामले सामने आए हैं। इससे ओमीक्रोन संक्रमितों की संख्या राज्य में बढ़कर आठ हो गई है। हालांकि चार लोग अभी तक ठीक भी हो चुके हैं। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि दून मेडिकल कॉलेज लैब से मिली जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट के अनुसार चार सैंपल ओमीक्रोन पॉजिटिव पाए गए हैं।
जिन लोगों को ओमीक्रोन से संक्रमित पाया गया है उनमें तीन देहरादून के हैं। जबकि एक ऋषिकेश में रहा गुजरात का युवक है। डॉ तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि देहरादून के तीन लोगों में से एक 28 वर्षीय युवक गुरुग्राम से दून आया था। दूसरा संक्रमित त्यागी रोड़ निवासी एक 23 साल का युवक है। जबकि तीसरा भी त्यागी रोड निवासी एक 15 वर्षीय किशोर है।
चौथा 27 वर्षीय युवक मूल रूप से गुजरात के अहमदाबाद का रहने वाला है जो ऋषिकेश भ्रमण पर आया था और पौड़ी जिले के स्वास्थ्य विभाग ने उसका सैंपल जांच के लिए लिया था। युवक गुजरात वापस लौट चुका है और उसकी रिपोर्ट के संदर्भ में गुजरात सरकार को बताया गया है।
संक्रमण पूरे राज्य में फैलने का खतरा
दिल्ली के साथ ही देश के कई राज्यों से बड़ी संख्या में लोग राजधानी देहरादून पहुंचते हैं। जबकि राज्य के सभी जिलों का भी दून से जुड़ाव है। हर दिन बड़ी संख्या में लोग दून से इधर उधर के जिलों में जाते हैं। ऐसे में राजधानी का बढ़ता संक्रमण जल्द ही अन्य जिलों को भी अपनी चपेट में ले सकता है। ऐसे में राजधानी में संक्रमण रोकने के साथ ही संक्रमण अन्य जिलों में न फैले इस पर फोकस करने की जरूरत है। पूर्व स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ डीएस रावत का कहना है कि संक्रमण अन्य जिलों में न फैले इसलिए विशेष सावधानी बरतने और उपाय करने की जरूरत है।
चुनावी सरगर्मी से संक्रमण बढ़ने का खतरा
राज्य में अगले एक दो महीनों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। इस वजह से बड़ी संख्या में राजनैतिक रैलियां, जनसभाएं व अन्य आयोजन होने हैं। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना पड़ेगा। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ना तय है। ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग के लिए परेशानी बढ़ने वाली है। राज्य में कोविड कंट्रोल के लिए बनी एक्सपर्ट कमेटी पहले ही भीड़ पर नियंत्रण की सिफारिश कर चुकी है। हालांकि अभी तक सरकार ने बड़े कदम नहीं उठाए हैं।
जांच और जीनोम सीक्वेंसिंग बहुत कम
राज्य में कोरोना जांच और जीनोम सीक्वेंसिंग बहुत कम हो रही है। जिससे कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन के फैलने का भी खतरा बढ़ रहा है। राज्य में एक दिन में अभी 15 हजार तक ही जांच हो पा रही है। जबिक जीनोम सीक्वेसिंग तो अभी तक दो सौ के करीब ही सैंपलों की हो पाई है। इसलिए संक्रमण फैलने के सही स्तर पर पता नहीं चल पा रहा है।
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