उत्तराखंड

कफन में लौटी लाश, शादी में सात फेरों के दौरान दूल्हे की मौत

Admin Delhi 1
11 Feb 2023 3:15 PM GMT
कफन में लौटी लाश, शादी में सात फेरों के दौरान दूल्हे की मौत
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हल्द्वानी: रानीखेत से दुल्हन की विदा कराने गए दूल्हे की सात फेरे लेने के दौरान मौत हो गई। फेरों के बीच हुए हादसे से कोहराम मच गया। शुक्रवार की रात बारात बिन दुल्हन और दूल्हे की लाश के साथ हल्द्वानी लौट आई। यहां जश्न की तैयारियों में डूबे परिवार में मातम पसर गया और पूरा इलाका गमगीन हो गया। शनिवार को चित्रशिला घाट पर चिकित्सक (दूल्हे) का अंतिम संस्कार किया गया।

मूलरूप से पिथौरागढ़ के रहने वाले दंत चिकित्सक 30 वर्षीय समीर उपाध्याय पुत्र नवीन उपाध्याय यहां नंदपुर कटघरिया में अपनी मां, इंजीनियर बहन श्रद्धा व चिकित्सक बहन स्वाति के साथ रहते थे। पिता नवीन वायुसेना से सेवानिवृत्त हैं। जबकि समीर एक निजी अस्पताल में प्रैक्टिस करने के साथ इलाके में अपना क्लीनिक भी चलाते थे।

शुक्रवार को उनकी बारात श्रीधरगंज रानीखेत गई थी। उनकी शादी एक सरकारी अध्यापिका से हो रही थी। लोग शादी के जश्न में डूबे थे और इधर, समीर अपनी दुल्हन के साथ सात फेरे ले रहे थे। तभी अचानक उनके सीने में दर्द उठा और वह जमीन पर गिर गए। आनन-फानन में उन्हें रानीखेत के अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मौत की इस खबर से ससुरालियों के पैरों तले जमीन खिसक गई। खबर हल्द्वानी पहुंची तो कोहराम मच गया।

बारात बिन दुल्हन शुक्रवार को ही दूल्हे की लाश के साथ हल्द्वानी लौट गई। मौत की खबर इलाके में फैलते ही समीर के घर पर इलाकाई लोगों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। शादी के लिए जुटे रिश्तेदार और परिवार का घर के इकलौते बेटे की मौत से रो-रोकर बुरा हाल है। समीर के शव का चित्रशिला घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।

दुल्हन सा सजा था घर, उतार दिया फूलों का हार

शादी समारोह के बाद कुसुमखेड़ा में भी महिला संगीत और फिर शाम को रिसेप्शन पार्टी का आयोजन किया जाना था। दुल्हन के स्वागत में घर को भी दुल्हन की तरह सजाया गया था। बिजली की झालरों के साथ फूलों के हार से पूरा घर महक रहा था, लेकिन जैसे ही दूल्हे के मौत की खबर आई तो दुल्हन सा सजे घर पर लगे फूलों के हार को उतार कर एक किनारे रख दिया गया।

बीमार पिता को नहीं दी बेटे की मौत की खबर

जब पूरा घर शादियों की खुशियों में मशगूल था, तब समीर के पिता नवीन घर के एक बिस्तर पर पड़े थे और छोटी बेटी डॉक्टर स्वाति उनकी तीमारदारी में लगी थी। नवीन को न्यूरो संबंधित परेशानी है और पिछले छह माह से वह बिस्तर पर है। घर पर ही उनका इलाज चल रहा है। बीमार होने के कारण ही नवीन को बेटे समीर की मौत की खबर नहीं दी गई।

हाईपर टेंशन नाम की बीमारी से ग्रसित थे समीर

पिता बीमार थे और समीर इसी शर्त पर शादी को तैयार हुए थे कि पहले वह अपनी बहनों की शादी करेंगे। चूंकि, पिता बीमार थे तो ऐसे में शादी की सारी तैयारियां समीर ने की थी। बहन श्रद्धा का कहना है कि समीर को हाईपर टेंशन नाम की बीमारी थी और शादी का सारा काम खुद संभालने की वजह से वह कुछ परेशान भी थे। संभावना है कि इसी वजह से उन्हें हार्ट अटैक आया है।

मां ने बेटी के फोन पर देखे बेटे की शादी के फेरे

छोटी बहन स्वाति बीमार पिता की वजह से शादी में नहीं गई। वह घर पर अपनी मां के साथ थीं। जबकि, बड़ी बहन श्रद्धा, भाई समीर के साथ थीं। जब सात फेरे हो रहे थे, तब स्वाति ने बड़ी बहन श्रद्धा को वीडियो कॉल किया और मां को भी भाई के साथ फेरे दिखाई और तभी समीर को सीने में दर्द हुआ और वह जमीन पर गिर गए। यह सब मां और स्वाति देख रहे थे।

अपशगुन का संकेत, फेरों से पहले रो रहा था कुत्ता

शादी समारोह के बाद कुसुमखेड़ा में महिला संगीत और शाम को रिसेप्शन पार्टी आयोजित की जानी थी। इसके लिए समीर ने घर के पास ही स्थित मंगलम बैंक्वेट हॉल बुक किया था। मंगलम बैंक्वेट हॉल भी पार्टी के लिए सज-धज कर तैयार था, लेकिन फेरों से ठीक पहले रात में अपशगुन का संकेत मिला। लोगों ने बताया कि बैंक्वेट हॉल में रात में काफी देर तक एक कुत्ता रो रहा था।

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