बेटियों को अब्दुल्ला के साथ-साथ सलमा से भी सचेत रहना होगा: साध्वी प्राची
देहरादून: फायर ब्रांड हिन्दूवादी नेता साध्वी प्राची ने अपने उत्तराखंड प्रवास में राजधानी देहरादून में एक बार फिर पंथ निरपेक्षता और लव जिहाद जैसे मुद्दों को उठाया है। मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने घोषणा की कि जहां जहां हिन्दू महिलाओं के साथ ज्यादती होगी, वह उनकी रक्षा में सबसे आगे रहेंगी। राजस्थान की गहलोत सरकार ने उन पर इस संबंध में मुकदमा भी दर्ज किया है। उन्हें इस बात की चिंता नहीं है कि उनकी सरकार उन पर कितने मुकदमे लादती है, लेकिन वह करोड़ों हिन्दू समाज को जगाती रहेंगी। अब हमारी बेटियां और बहनों को अब्दुल्ला के साथ-साथ सलमा से भी सचेत रहना होगा अन्यथा सलमा की दोस्ती उन्हें अब्दुल्ला तक ले जाएगी।
साध्वी प्राची ने कहा कि उत्तराखंड की भाजपा सरकार बहुत अच्छा कार्य कर रही है, जिस तरह से यहां लैंड जिहाद चलाया गया था और धामी सरकार ने अवैध मजारों को तोड़ने का काम किया है, वह अपने आप में काफी महत्वपूर्ण है और जनहित में है। उन्होंने कहा कि वह 15-20 वर्षों से लगातार अवैध मजारों के खिलाफ लगातार आवाज उठा रही हैं। धामी सरकार ने जो कदम उठाया है, वह साहसपूर्ण है। अवैध मजारों का खात्मा होना चाहिए।
साध्वी ने कहा कि वर्षों बाद द केरल स्टोरी जैसी फिल्म आयी है जो लोगों को जगाने का कार्य कर रही है। उत्तराखंड में यह भाजपा का विषय है कि वह द केरल स्टोरी को करमुक्त कराए। उन्होंने कहा कि मैंने हिन्दू धर्म में जन्म लिया है और इस तरह की बातों पर निरंतर प्रयासरत रहूंगी कि समाज का पंथ परिवर्तन न हो।
उत्तराखंड के एक नेता की पुत्री के विधर्मी से विवाह के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि वह इस तरह के बातों से दुख प्रकट करती हैं और इस तरह के कदम भाजपा सरकारों के विरुद्ध जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैंने जयपुर में द केरला स्टोरी लड़कियों के साथ देखी है। अब हमारी बेटियों और बहनों को अब्दुल्ला के साथ-साथ सलमा से भी सचेत रहना होगा अन्यथा सलमा की दोस्ती उन्हें अब्दुल्ला तक ले जाएगी। उन्होंने कहा कि द केरल स्टोरी केवल पिक्चर नहीं है वरन वास्तविकता है। गहलोत सरकार ने इस पिक्चर को देखने और बेटियों को दिखाने को अपराध माना है तो क्या हमें इसकी चिंता नहीं करनी चाहिए?