उत्तराखंड

साइबर सेल और फाइनेंशियल फ्रॉड यूनिट ने जमीन दिलाने के नाम पर हुई ठगी, के शिकायत पर कार्रवाई कर 6.50 लाख रुपये कराए वापस

Shiddhant Shriwas
9 Feb 2022 12:27 PM GMT
साइबर सेल और फाइनेंशियल फ्रॉड यूनिट ने जमीन दिलाने के नाम पर हुई ठगी, के शिकायत पर कार्रवाई कर 6.50 लाख रुपये कराए वापस
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फाइल फोटो 

साइबर सेल ने पूर्व सैनिक के चार लाख रुपये बचाए

जनता से रिस्ता वेबडेस्क: आईटीबीपी जाजरदेवल निवासी कमान सिंह ने पांच जनवरी को धोखाधड़ी संबंधी तहरीर पुलिस को सौंपी थी। जाजरदेवल थाने में की गई शिकायत के आधार पर कमान सिंह ने बताया कि एक ब्रोकर ने दिसंबर 2020 में जमीन दिलाने के नाम पर 6.50 रुपये बयाने के तौर पर लिए, लेकिन जमीन न दिलाई और न ही रुपये वापस किए।

इस मामले में साइबर सेल और फाइनेंशियल फ्रॉड यूनिट ने प्रकरण में त्वरित कार्रवाई कर ऑनलाइन विवरण आदि चेक कर वादी और प्रतिवादी से संपर्क कर पूरी जानकारी ली। इसके बाद बैंक में जरूरी पत्राचार करने के बाद शिकायतकर्ता के साथ हुई धोखाधड़ी से लिए गए 6.50 लाख रुपये उसके खाते में वापस कराए। एसपी लोकेश्वर सिंह ने कहा कि कोई भी व्यक्ति साइबर ठगी का शिकार होता है तो वह तत्काल हेल्पलाइन नंबर 155260 पर संपर्क कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
साइबर सेल ने पूर्व सैनिक के चार लाख रुपये बचाए
टनकपुर (चंपावत)। एक पूर्व सैनिक के साथ चार लाख रुपये की ठगी होने से पहले ही साइबर सेल ने उसे बचा लिया गया। पूर्व सैनिक ने ऐनीडेस्क ऐप पर संपर्क किया होता तो उनकी रकम डूब जाती। बोरागोठ निवासी भगवान राम को पांच फरवरी की रात 11 बजे बैंक से चार लाख रुपये कटने का मैसेज आया। घबराकर सर्च इंजन से बैंक कस्टमर केयर का नंबर पता कर संपर्क किया गया तो साइबर ठग ने उन्हें लिंक भेजकर एनीडेस्क एप के माध्यम से जुड़ने के लिए कहा।
शक होने पर पूर्व सैनिक ने इसकी सूचना पुलिस के साइबर सेल को दी। इन पुलिस कर्मियों ने पूर्व सैनिक से पूरा विवरण मालूम कर संबंधित यूपीआई और बैंक नोडल से संपर्क किया तो पता चला कि बैंक ने पूर्व सैनिक के खाते से चार लाख रुपये की राशि को ऑटो एफडी बना दिया था। इसका मैसेज खाता धारक को भेजा गया था। साइबर सेल कर्मियों की त्वरित कार्रवाई से पूर्व सैनिक की रकम वापस करा दी गई। पूर्व सैनिक ने पुलिस का आभार जताया है।
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