धर्मांतरण कानून है हल: ‘द केरल स्टोरी’ देखकर मुख्यमंत्री धामी
ऋषिकेश न्यूज़: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने द केरल स्टोरी फिल्म देखने के बाद कहा कि उत्तराखंड में भी विभिन्न तरीकों से कई जगहों पर धर्मांतरण किया जा रहा है. जो भविष्य के लिए गंभीर खतरा है, इसी को देखते हुए प्रदेश सरकार ने धर्मांतरण कानून लागू किया है. जिसमें 10 साल तक के कठोर कारावास का प्रावधान है.
मुख्यमंत्री धामी ने हाथीबड़कला स्थित एक मॉल में परिवार के साथ हाल ही में रिलीज हुई द केरल स्टोरी फिल्म देखी. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि द केरल स्टोरी फिल्म में बिना गोली और बम के देश में फैलाए जा रहे आतंकवाद को उजागर किया गया है. फिल्म दिखाती है कि कैसे बालिकाओं का ब्रेनवॉश कर धर्म परिवर्तन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में बने कानून में धर्मांतरण कराने के मामलों को दो श्रेणियों में बांटा गया है. एकल धर्मांतरण के लिए सजा कम है, जबकि सामूहिक धर्मांतरण में ज्यादा सजा होगी. सामूहिक धर्मांतरण का दोष साबित होने पर तीन से 10 वर्ष की सजा के साथ 50 हजार रुपये तक जुर्माने का प्रावधान है. जबकि एक व्यक्ति के धर्मांतरण पर दो से सात वर्ष की सजा और 25 हजार रुपये जुर्माने का प्रावधान है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्मांतरण के साथ ही हमारी सरकार द्वारा देवभूमि में सरकारी भूमि पर किए जा रहे अतिक्रमण को चिन्हित कर उसे सख्ती से हटाये जाने का कार्य किया जा रहा है. मुख्यमंत्री की पत्नी गीता धामी उनके साथ मौजूद थीं. मौके पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, गणेश जोशी, मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक दुर्गेश्वर लाल, भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष आशा नौटियाल, अजेय कुमार, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी गीता धामी आदि उपस्थित थे.