हरिद्वार न्यूज़: केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में मढ़े सोने पर घमासान और तेज हो गया है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इस मामले में ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी. सोने की जगह पीतल की परतें चढ़ाने के आरोपों पर उन्होंने कहा कि यदि ऐसा है तो यह आपराधिक कृत्य व आस्था से खिलवाड़ है. कांग्रेस नेता व एमपी के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी इस मामले में सवाल उठाए. उधर, बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने इन आरोपों पर पलटवार करते हुए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के रवैये को हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने वाला बताया.
केदारनाथ के गर्भगृह में लगाए गए सोने में कथित तौर पर अनियमितता को लेकर कई दिन से आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. आरोप लगाए जा रहे हैं कि मंदिर में सोने की जगह पीतल की परतें लगा दी गई हैं. इस मामले में बीकेटीसी पर चौतरफा हमले हो रहे हैं. इस क्रम में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया.
उन्होंने ट्विटर पर लिखा-‘केदारनाथ मंदिर में सोने की जगह पीतल की परतों को लगाने का आरोप लग रहा है. ये आपराधिक के साथ-साथ आस्था से खिलवाड़ का भी बेहद संवेदनशील मामला है. इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराकर झूठ की परतें उतारी जाएं.’
उधर,कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि केदारनाथ मंदिर में सोना लगा है या पीतल,ये गंभीर विषय है. इसकी जांच होनी चाहिए. पूर्व विधायक केदारनाथ मनोज रावत ने भी इस मामले में सवाल उठाए.
इसके जवाब में बीकेटीसी अध्यक्ष ने बताया कि महाराष्ट्र के एक दानी ने सोने की परत चढ़ाने की इच्छा जताई थी. बोर्ड ने इसे मंजूरी दे दी. दानदाता ने अपने सुनार के जरिए मंदिर के गर्भगृह में सोने की परत मढ़वाने का काम किया. इसमें बीकेटीसी की कोई भूमिका नहीं थी, न दानदाता ने इसके लिए बीकेटीसी से कोई छूट ली. उन्होंने कहा कि सपा और कांग्रेस हमेशा से हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने वाले काम करती हैं. इन दलों ने कभी देश में अवैध मदरसों और मस्जिदों को मिलने वाली मदद पर सवाल नहीं उठाए. पर हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने को यह हमेशा आतुर रहते हैं.