उत्तराखंड

महिला अस्पताल में आशाओं में विवाद

Admin Delhi 1
9 Oct 2023 9:33 AM GMT
महिला अस्पताल में आशाओं में विवाद
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देहरादून: राजकीय महिला अस्पताल में विवाद और हंगामे का 24 घंटे में दूसरा मामला सामने आया है. इस बार कोई मरीज या तीमारदार नहीं बल्कि अस्पताल में पहुंचीं दो आशा वर्कर ही आपस में भिड़ गईं. दोनों में जमकर कहासुनी और गाली-गलौज हुई. सुरक्षा गार्डों ने मामला शांत कराकर उन्हें बाहर भेजा.

दोपहर करीब एक बजे महिला अस्पताल की पुरानी ओपीडी कक्ष के बाहर अचानक दो महिलाएं आपस में झगड़ने लगीं. कुछ देर बाद पता चला कि दोनों आशा वर्कर हैं. हालांकि इसकी जानकारी होने तक दोनों में जमकर कहासुनी शुरू हो चुकी थी. यहां तक कि गाली-गलौज भी होने लगी. देखते ही देखते मामला मारपीट तक पहुंच गया.

तभी वहां मौजूद महिला-पुरुष पीआरडी जवान पहुंचे और दोनों पक्षों को अलग किया. जानकारी लेने पर सुरक्षाकर्मियों ने बताया कि इंदिरानगर की एक महिला मरीज डॉक्टर को दिखाने अस्पताल पहुंची थी. चूंकि इंदिरानगर आशा वार्कर को अस्पताल पहुंचने में देरी हो रही थी, तो वहां पहले से मौजूद दूसरी आशा वर्कर ने महिला मरीज को डॉक्टर से दिखवा दिया. कुछ देर बाद जब इंदिरानगर की आशा वर्कर अस्पताल पहुंची और उसने झगड़ा शुरू कर दिया. उसका कहना था कि उसके मरीज को दूसरी आशा को डॉक्टर से नहीं मिलवाना चाहिए था. बाद में एक आशा को अस्पताल से भेज दिया गया. तब जाकर मामला शांत हुआ.

जागेश्वर मंदिर अध्यक्ष को सूचना आयोग का नोटिस

सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत संतोषजनक जानकारी उपलब्ध नहीं कराने पर राज्य सूचना आयोग ने लोक सूचना अधिकारी और जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति अध्यक्ष को नोटिस भेजा है. आठ नवम्बर को हाजिर होने के साथ सात दिन पूर्व लिखित जवाब पेश करने के आदेश दिए हैं. मंदिर समिति उपाध्यक्ष नवीन चंद्र भट्ट ने 13 जुलाई को आयोग को पत्र से शिकायत भेजी थी. कहना था कि नियम के बाद भी उन्हें आरटीआई के तहत जानकारी नहीं दी जा रही है.

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