उत्तराखंड

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करना सरकार के लिए बड़ी चुनौती, अलग स्थानों पर रोकने के निर्देश

Admin2
26 May 2022 3:44 PM GMT
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करना सरकार के लिए बड़ी चुनौती, अलग स्थानों पर रोकने के निर्देश
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चारों धामों में जुटी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करना प्रदेश सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। बुधवार मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी के जिलाधिकारियों को ताकीद किया कि वे भीड़ प्रबंधन के लिए श्रद्धालुओं को अलग-अलग स्थानों पर रोकें।

उन्होंने धामों में वहन सीमा को बनाए रखने के लिए बैरियर लगाने के भी निर्देश दिए। मुख्य सचिव बुधवार को सचिवालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चारधाम यात्रा की समीक्षा की। उन्होंने यात्रा को सुव्यवस्थित और सुचारु रूप से संचालन के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा।
उन्होंने पुलिस और प्रशासन को निर्देश दिए कि वे भीड़ को नियंत्रित करने के लिए श्रद्धालुओं को अलग-अलग स्थानों पर रोकने की व्यवस्था करें। साथ ही आवश्यकता के अनुसार बैरियर भी लगाएं। उन्होंने जिलाधिकारियों को वहन क्षमता (कैरिंग कैपेसिटी) से अधिक लोगों को आगे न जाने देने के भी निर्देश दिए।
कूड़ा निस्तारण के लिए थर्ड पार्टी मॉनीटरिंग के निर्देश
सभी जिलाधिकारियों को कहा कि वे अपने स्तर पर स्थानीय कार्ययोजना बनाते हुए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। साथ ही संचार और सूचना के लिए एक ऐसी योजना भी बनाएं ताकि चारधाम परिसर में वहन क्षमता के अनुसार श्रद्धालुओं के होने पर व्यवस्थित तरीके से उन्हें निचले पड़ावों में रोका जा सके।
मुख्य सचिव ने कहा कि बारिश और बर्फबारी से श्रद्धालुओं को बचाने के लिए शेड आदि की भी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने चारों धामों में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के साथ ही कूड़ा निस्तारण और इसकी लगातार मॉनिटरिंग किए जाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं खेल तथा युवा कल्याण अभिनव कुमार, सचिव दिलीप जावलकर, अपर सचिव सोनिका सहित अन्य संबंधित विभागों के उच्चाधिकारी एवं संबंधित जिलों के जिलाधिकारी भी उपस्थित थे।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि कूड़ा निस्तारण, बिजली, पानी सहित अन्य व्यवस्थाओं के लिए कार्यदायी संस्थाएं अपने दायित्वों का पूर्ण रूप से निर्वहन कर रही हैं या नहीं इसके लिए थर्ड पार्टी मॉनीटरिंग की व्यवस्था भी की जाए। अलग से सोर्स ऑफ इन्फॉर्मेशन विकसित किया जाए ताकि सही जानकारी मिल सके।
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