उत्तराखंड

चंपावत उपचुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार, पूर्व मुख्‍यमंत्री हरीश रावत का बड़ा बयान आया सामने, जानें क्या कहा?

Gulabi Jagat
6 Jun 2022 10:20 AM GMT
चंपावत उपचुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार, पूर्व मुख्‍यमंत्री हरीश रावत का बड़ा बयान आया सामने, जानें क्या कहा?
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चंपावत उपचुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार
हरिद्वार: चंपावत उपचुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद हरीश रावत का एक चौंकाने वाला बयान सामने आया है. हरीश रावत ने कहा कि चंपावत उपचुनाव का परिणाम तो पहले से तय था लेकिन पूरी सरकार में मार्जिन बढ़ाने की होड़ मची हुई थी. उसके परिणाम कांग्रेस से ज्यादा उत्तराखंड की राजनीति और उत्तराखंड के लिए चिंताजनक हैं.हरीश रावत ने चंपावत उपचुनाव में कांग्रेस की हार के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है. उन्होंने कहा कि हार की जिम्मेदारी पार्टी और पार्टी अध्यक्ष तय करेंगे. चंपावत उपचुनाव में मार्जिन बढ़ाने के लिए लोकतंत्र को कुचला गया, जिस तरह के समाचार आए वो राज्य के लिए चिंताजनक हैं. हरीश रावत ने ये भी कहा की वो लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ेंगे और इसके खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे.
हरीश रावत भी चंपावत में असर नहीं डाल पाए: दरअसल चंपावत उपचुनाव को लेकर बीजेपी लगातार कांग्रेस पर हमलावर थी. बीजेपी ये आरोप लगाती रही कि कांग्रेस ने चंपावत में सरेंडर कर दिया है. हरीश रावत को बीजेपी के रोज-रोज के बयान जब चुभने लगे तो उन्होंने ऐलान किया कि कांग्रेस बीजेपी को चंपावत उपचुनाव में वॉक ओवर नहीं दे रही है. मैं खुद चंपावत में डेरा डालूंगा और प्रचार करूंगा.पांच दिन चंपावत में रहे हरीश रावत: हरीश रावत पूरे पांच दिन चंपावत में रहे. 24 मई को हरीश रावत चंपावत पहुंच गए थे. उन्होंने ऐलान कर दिया था कि बीजेपी को चंपावत में जीतने नहीं देंगे. लेकिन पांच में दिन का हरीश रावत रावत का चंपावत कैंप भी कांग्रेस को कोई संजीवनी नहीं दे सका. हरीश रावत जैसे दिग्गज कांग्रेसी नेता के प्रचार के बावजूद कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी को मुश्किल से 3 हजार के करीब वोट ही मिल सके थे. निर्मला गहतोड़ी ने तो कांग्रेस के नेताओं पर उन्हें चुनाव में अकेला छोड़ने का आरोप भी लगा दिया था.
उत्तरकाशी बस हादसे पर जताया दुख: पूर्व सीएम हरीश रावत आज हरिद्वार दौरे पर रहे. हरीश रावत सबसे पहले हरिपुर कला हरी सेवा आश्रम पहुंचे, जहां उन्होंने उत्तरकाशी में हुई दुर्घटना पर दुःख जताया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रशासन ने कार्य किया है, वह काबिले तारीफ है लेकिन इन गलतियों को हमें सुधारना होगा. आखिर इसके पीछे क्या वजह है ? इसका भी पता चलना चाहिए.
बता दें, रविवार को उत्तरकाशी जिले में एक बड़ा सड़क हादसा हुआ था. यहां यात्रियों से भरी एक बस 200 मीटर गहरी खाई में गिर गई. यमुनोत्री हाईवे पर डामटा के पास मध्य प्रदेश के तीर्थयात्रियों से भरी बस खाई में गिर गई थी. इस हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई. इनमें से मध्य प्रदेश के यात्रियों के 25 शवों को उत्तरकाशी से देहरादून के जौलीग्रांट पहुंचा दिया गया है. जौलीग्रांट एयरपोर्ट से एयरलिफ्ट कर मध्य प्रदेश के खजुराहो पहुंचाए जाएंगे.
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