मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में काफी दल पार्टी लाइन से हटकर एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन दे रहे हैं। उत्तराखंड में भी ऐसा ही होगा। रविवार को भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में सीएम धामी ने एनडीए प्रत्याशी मुर्मू आदिवासी और पिछड़े क्षेत्र से आती है।
उनके समर्थन में सभी दलों को आगे आना चाहिे। जहां तक द्रौपदी मुर्मू का सवाल है बहुत सारे दलों के विधायकों व सांसदों के अंतर आत्मा की आवाज सामने आ रही है, वे ऐसे समाज से आती हैं जो समाज हमेशा पीछे रहा है। इसलिए सभी लोग मुर्म का समर्थन कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के सांसद व विधायक कह रहे हैं कि पार्टी से पहले वे द्रौपदी मुर्मू के चयन को प्राथमिकता देंगे।
उत्तराखंड में भी कुछ ऐसा ही होगा। बसपा और दो निर्दलीय विधायकों के एनडीए प्रत्याशी को समर्थन देने के निर्णय पर धामी ने उनका आभार भी जताया। मुख्यमंत्री धामी ने पश्चिमी बंगाल के राज्यपाल जगदीश धनकड़ को एनडीए का उप राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने पर बधाई दी।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ ही एनडीए के सभी घटक के नेताओं का धन्यवाद भी जताया। कहा कि धनकड़ का विभिन्न क्षेत्रों के साथ ही उप राज्यपाल व राज्यपाल के रूप में भी लंबा अनुभव है। उनके उप राष्ट्रपति पद पर सुशोभित होने के बाद निश्चित तौर पर देश को फायदा मिलेगा।
इसमें तो सभी को आगे आना चाहिए, जहां तक दौपद्री मुर्मू का सवाल है बहुत सारे दलों ने विधायकों व सांसदों के अंतर आत्मा की आवाज से सामने आ रहे हैं, क्योंकि वे ऐसे समाज से आती है जो समाज हमेशा पीछे रहा। वे आदिवासी व पिछड़े क्षेत्र से हैं, इसलिए सभी लोग मुर्म का समर्थन कर रहे हैं। वे कह रहे है पार्टी से पहले वे दौपद्री मुर्मू के चयन करने को प्राथमिकता दे हैं। उत्तराखंड में भी ऐसा ही होगा।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए आज डाले जाएंगे वोट
राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार को वोट डाले जाएंगे। सभी विधायकों को वोट देने के लिए सात टेबिलों से गुजरना होगा। मतदान के लिए विधानसभा में 321 कक्ष को मतदेय स्थल बनाया गया। इस गैलरी में विधायकों व मतदान ड्यूटी में लगे स्टाफ को छोड़कर अन्य सभी के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया। चुनाव के मद्देनजर विधानसभा में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं।
निर्वाचन आयोग ने विधानसभा के सचिव मुकेश सिंघल को रिटर्निंग अफसर नामित किया है, उनकी देखरेख में सुबह दस बजे से मतदान प्रक्रिया शुरू होगी। मतदान के लिए शाम पांच बजे तक का समय नियत किया गया है। उत्तराखंड के सभी विधायक यहां वोट डालेंगे, जबकि लोकसभा व राज्यसभा सांसद अपना वोट दिल्ली में डालेंगे।
रिटर्निंग अफसर सिंघल ने बताया कि मतदेय कक्ष में मोबाइल फोन, लैपटाप व अन्य सामग्री ले जाने पर रोक है। विधायकों को निर्वाचन आयोग की तरफ से उपलब्ध कराई गए पैन से ही वरीयता क्रंमाक बैलेट पर दर्ज करना होगा। विधायक को वोट डालने से पहले सात टेबिलों से गुजरना होगा।
सबसे पहले टेबिल में उनका मोबाइल फोन रखा जाएगा। इसके बाद परिचय पत्र की चेकिंग और फिर नाम की पर्ची दी जाएगी। इसके बाद अगली टेबिल में उन्हें बैलेट दिया जाएगा और फिर वोट देने के लिए पैन मिलेगा। तब वे वोट डालेंगे और इसके बाद अपना बैलेट पेटी में डालेंगे। कोई विधायक यदि अपना वोट सार्वजनिक करता है तो इसे अवैध माना जाएगा।
विधानसभा में दलीय स्थिति
47 भाजपा
19 कांग्रेस
02 बसपा
02 निर्दलीय