उत्तराखंड

टाइफाइड-हैपेटाइटिस की गिरफ्त में बच्चे, ये हैं सावधानियां

Gulabi Jagat
11 July 2022 2:06 PM GMT
टाइफाइड-हैपेटाइटिस की गिरफ्त में बच्चे, ये हैं सावधानियां
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वहीं ओपीडी में इनकी संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है
रुक-रुककर हो रही बारिश से जहां उमस बढ़ी है वहीं मौसम में नमी बनने से वायरल, हैपेटाइटिस और टाइफाइड के मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। इन रोगों की चपेट में ज्यादातर बच्चे आ रहे हैं। एसटीएच में प्रतिदिन 7-8 बच्चे भर्ती हो रहे हैं। वहीं ओपीडी में इनकी संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है।
शनिवार को तेज हुई बारिश के बाद मलेरिया, डेंगू और दिमागी बुखार का खतरा भी बढ़ गया है। बरसात के मौसम में जल जनित रोग (वाटर बॉर्न डिजीज) ब़ढ़ने लगे हैं। एसटीएच के बाल रोग विभाग में 90 से 115 तक की रोजाना ओपीडी होती है। इसमें तकरीबन आधे बच्चे ऐसे आ रहे हैं, जो दूषित पानी व भोजन के चलते बीमार पड़ रहे हैं।
ये बच्चे वायरल, हैपेटाइटिस, पीलिया और टाइफाइड से पीड़ित हैं। इनमें से करीब 7-8 बच्चे प्रतिदिन भर्ती भी हो रहे हैं। वहीं बेस अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरज त्रिपाठी ने बताया कि उनके यहां करीब 80-90 की ओपीडी में 25- 30 मरीज जल जनित रोग से पीड़ित आ रहे हैं।
डेंगू और दिमागी बुखार का भी खतरा : शनिवार को हुई भारी बारिश के बाद जगह-जगह पर पानी इकट्ठा हो गया है। यह पानी घर, कॉलोनी, मोहल्लों में जगह-जगह जमा हुआ है। बारिश के साफ पानी में ऐसे मच्छरों के पनपने का खतरा रहता है जो जानलेवा हैं। जिसमें डेंगू, दिमागी बुखार आदि बीमारियां फैलती हैं। डॉक्टरों का कहना है कि लोगों को इस संबंध में तुरंत जागरूक करने की जरूरत है।
इन बातों का रखें ध्यान
1. जहां तक हो सके, बाहर का खाना खाने से बचें।
2. अपने कपड़ों को सूखा रखें, ताकि फंगल इन्फेक्शन न हो।
3. संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें।
4. गमले, कूलर, टायर आदि में बारिश का पानी जमा नहीं होने दें।
5.पीने का पानी और सब्जियां व फल साफ ही इस्तेमाल करें।
6.मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
बाल रोग विभाग की ओपीडी में वाटर बॉर्न डिजीज से पीड़ित बच्चों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। कई अस्पतालों से रेफर होकर भी केस आ रहे हैं। 7-8 मरीजों को रोजाना भर्ती किया जा रहा है। आने वाले दिनों में अन्य बीमारियों को लेकर भी सचेत होने की जरूरत है। माता पिता बच्चों का विशेष ख्याल रखें।
डॉ. रितु रखोलिया, एचओडी, बाल रोग विभाग, एसटीएच
जागरूकता अभियान चलाएंगे बारिश के बाद वाटर बोर्न डिजीज के केस बढ़े हैं। बारिश के पानी से होने वाली अन्य बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग जन जागरूकता अभियान चलाएगा ताकि बीमारियों के पैदा होने के कारणों को खत्म किया जा सके।
डॉ. भागीरथी जोशी, सीएमओ, नैनीताल
Gulabi Jagat

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