उत्तराखंड

आज से शुरू हो रही चारधाम यात्रा, केदारनाथ पहुंचे 15 हजार तीर्थयात्री

Apurva Srivastav
10 May 2024 2:02 AM GMT
आज से शुरू हो रही चारधाम यात्रा, केदारनाथ पहुंचे 15 हजार तीर्थयात्री
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देहरादून। हिमालय की चारधाम यात्रा अक्षय तृतीया पर्व पर शुक्रवार को यमुनोत्री, गंगोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ शुरू हो रही है। बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई को खोले जाने हैं। कपाटोद्घाटन का साक्षी बनने के लिए लगभग 15 हजार तीर्थयात्री गुरुवार शाम ही गंगोत्री व केदारनाथ धाम पहुंच चुके थे। जबकि, 35 हजार से अधिक तीर्थयात्री विभिन्न पड़ावों पर ठहरे हुए हैं।
केदारनाथ के लिए आज से हेली सेवा भी शुरू
केदारनाथ के लिए आज से हेली सेवा भी शुरू हो जाएगी। उधर, तृतीय केदार तुंगनाथ धाम के कपाट भी आज दोपहर 12 बजे खोले जाएंगे। सबसे पहले सुबह छह बजे केदारनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे। गुरुवार दोपहर 6-ग्रेनेडियर आर्मी रेजीमेंट बैंड की मधुर लहरियों के बीच बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली भी केदारपुरी पहुंच गई।
सुबह डोली गंगोत्री धाम पहुंचेगी
चारधाम में प्रथम यमुनोत्री धाम के कपाट सुबह 10:29 बजे और गंगोत्री धाम के कपाट दोपहर 12:25 बजे खोले जाएंगे। कपाट खोलने के निमित्त मां गंगा की उत्सव डोली गुरुवार को शीतकालीन गद्दीस्थल मुखवा से भैरवघाटी के लिए रवाना हो गई। सुबह डोली गंगोत्री धाम पहुंचेगी। जबकि, देवी यमुना की उत्सव डोली शुक्रवार सुबह शीतकालीन गद्दीस्थल खरसाली से यमुनोत्री धाम के लिए रवाना होगी।
कपाटोद्घाटन के लिए केदारनाथ धाम की 20 क्विंटल, गंगोत्री धाम की 21 क्विंटल और यमुनोत्री धाम की 10 क्विंटल फूलों से भव्य सजावट की गई है। उधर, तृतीय केदार की उत्सव डोली शुक्रवार सुबह चोपता से तुंगनाथ पहुंचेगी।
कपाट खुलने का समय
केदारनाथ, सुबह छह बजे
यमुनोत्री, सुबह 10:29 बजे
गंगोत्री, दोपहर 12:25 बजे
यात्रा मार्गों पर गरज-चमक के साथ वर्षा के आसार
चारधाम समेत आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार को वर्षा के आसार बन रहे हैं। देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिले में चारधाम यात्रा मार्गों पर कहीं-कहीं आकाशीय बिजली चमकने के साथ हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।
4,000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी संभव है। निचले इलाकों में कहीं-कहीं ओलावृष्टि और तेज हवा चलने का यलो अलर्ट जारी किया गया है। तापमान में भी एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है।
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