चंदन हत्याकांड का हुआ खुलासा: पत्नी यशवंती ही निकली षडयंत्र रचने वाली, जानिए हत्या की पूरी कहानी
मुक्तेश्वर क्राइम न्यूज़ अपडेटेड: जिले के चर्चित चंदन हत्याकांड की सूत्रधार उसकी पत्नी यशवंती ही निकली। यशवंती ने अपने भाई और उसके दोस्त की मदद से अपने पति को ठिकाने लगा दिया। योजना के तहत वारदात को अंजाम दिया गया और पुलिस से कैसे बचना है, इसका भी खाका पहले से तैयार कर लिया गया था, लेकिन न अपराध और अपराधी ज्यादा दिन तक छिप नहीं सके। बता दें कि बीती एक जून को धारी तहसील के गोनियारो निवासी चंदन सिंह गोनिया अपनी पत्नी यशवंती को लेने अपनी ससुराल अमजड़ गया था, लेकिन न वो ससुराल पहुंचा और न लौट कर लाया। छह जून को चंदन की लाश डूंगरी धार के नीचे जंगल से बरामद किया गया। एक हफ्ते बाद मिली चंदन की लाश में कीड़े पड़ चुके थे। पटवारी क्षेत्र के इस मामले को पुलिस ने अपने हाथ में लिया। इस मामले को अवैध संबंधों से जोड़ कर देखा जा रहा था और इसी पर तफ्तीश की जा रही थी। जिसके बाद इस मामले में चंदन की पत्नी यशवंती, यशवंती के भाई जेसीबी चालक दिनेश और भाई के टैक्सी ड्राइवर दोस्त कमल को गिरफ्तार कर लिया।
बुधवार को मामले का खुलासा करते हुए सीओ भवाली प्रमोद साह ने बताया कि चंदन लॉक डाउन से पहले तक हरियाणा में नौकरी करता था और वर्ष 2019 में उसकी शादी यशवंती से हुई थी, लेकिन लॉकडाउन में उसकी नौकरी चली गई और वो गांव कर आकर खेती-बाड़ी करने लगा। उसे शराब की लत भी थी। यशवंती अकसर मोबाइल पर बातें करती थी और इसको लेकर वो यशवंती पर शक करने लगा। जिससे दोनों के बीच तनाव पैदा हो गया और आए दिन विवाद होने लगे। बीती 29 मई को यशवंती को उसका भाई दिनेश मायके ले गया। तय हुआ कि 28 मई को वह वापस आ जाएगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। चंदन के फोन करने पर उसने वापस आने से इंकार कर दिया। चंदन की 31 मई को पत्नी से आखिरी बार बार बात हुई और उसने कहाकि वह लेने आ रहा है। जिसके बाद यशवंती ने अपने भाई दिनेश को भरोसे में लिया और कहाकि उसकी शादीशुदा जिंदगी नर्क हो चुकी है। उसने दिनेश से चंदन की हत्या करने को कहा और कहा, अगर वो चंदन को मार दे, नहीं तो वह खुद मर जाएगी। जिसके बाद दिनेश ने अपने टैक्सी चालक दोस्त कमल को भरोसे में लिया। दिनेश ने कमल के फोन से एक जून को चंदन को फोन कर पूछा कि वह कहां पहुंचा और डूंगरी की धार पर रुकने को कहा। यहां चंदन, दिनेश और कमल ने साथ बैठकर शराब पी। नशे में धुत होने के बाद चंदन के सिर पर पत्थर से हमला कर मौत के घाट उतार दिया गया। बावजूद इसके चंदन का गला घोंटा गया और फिर लाश को जंगल में ठिकाने लगा दिया गया। वारदात को अंजाम देने के लिए दोनों देवीधुरा में चल रही रामलीला छोड़ कर आए थे और वारदात को अंजाम देने के बाद फिर से चुपचाप रामलीला में शामिल हो गए।
एसएसपी ने दिया टीम को पांच हजार का इनाम: हल्द्वानी। एसएसपी पंकज भट्ट ने चंदन हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम को पांच हजार रुपए इनाम की घोषणा की है। खुलासे के लिए पुलिस के अलावा एसओजी के साथ सीओ भवाली प्रमोद साह के नेतृत्व में एसआईटी टीम भी बनाई गई थी। इस टीम में मुक्तेश्वर थानाध्यक्ष महेश जोशी, एसओजी प्रभारी नन्दन सिंह रावत, कां. विपिन शर्मा, कां. राजेश कुमार, कां. प्रदीप पिलखवाल, कां. चन्द्रशेखर मल्होत्रा, कां. सुमन राणा, कां. त्रिलोक सिंह, कां. अशोक थे।
कातिल ने कत्ल से पहले खड़े कर लिए गवाह: चंदन घर से ससुराल के लिए निकल चुका था और उस वक्त यशवंती का भाई दिनेश और दिनेश का दोस्त कमल देवीधुरा में रामलीला में थे। यहीं से दिनेश ने फोन कर चंदन को लोकेशन जानी और डूंगरी बैंड पर रुकने को कहा। कहा, वह शराब पीने के बाद साथ ही घर चलेंगे और वह कमल की टैक्सी लेकर आ रहा है। इधर, पूजा से निकलने से पहले दिनेश ने वहां मौजूद लोगों के लिए एक किलो पकौड़ी मंगाकर खिलाई। ताकि बाद में ये लोग गवाही दे सकें कि कत्ल के वक्त तो दिनेश और कमल रामलीला में थे। इधर, एक घंटे में वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों रामलीला में लौट गए।
अर्से बाद देखने को मिली मैनुअल पुलिसिंग: इस मामले में खास बात ये थी कि पुलिस मैनुअल पुलिसिंग करनी पड़ी और यह अर्से बाद देखने को मिला। डिजिटल युग में आमतौर पर मामलों का खुलासा मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल, मोबाइल टॉवर, सीसीटीवी आदि के जरिये कर दिया जाता है, लेकिन इस मामले में घटना स्थल से कई किलो मीटर तक न तो मोबाइल का इस्तेमाल किया गया और न ही कोई टावर थे। जिसके चलते पुलिस को पुरानी प्रक्रिया के तहत पूछताछ और मुखबिर तंत्र पर काम करना पड़ा। घटना स्थल के पास एक दुकानदार ने कमल की टैक्सी देखी थी और यहीं से पुलिस को लीड मिली। मामले में 250 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई। जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ।