उत्तराखंड

धर्म संसद से जुड़े पांच संतों के खिलाफ मुकदमा दर्ज, संत की तबीयत बिगड़ी, धरना समाप्त

Renuka Sahu
18 Jan 2022 5:43 AM GMT
धर्म संसद से जुड़े पांच संतों के खिलाफ मुकदमा दर्ज, संत की तबीयत बिगड़ी, धरना समाप्त
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फाइल फोटो 

उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र के सर्वानंद गंगा घाट पर जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी और यति नरसिंहानंद की गिरफ्तारी के विरोध में धरना-प्रदर्शन कर रहे धर्म संसद से जुड़े पांच संतों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के उल्लंघन के आरोप में हरिद्वार कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र के सर्वानंद गंगा घाट पर जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी और यति नरसिंहानंद की गिरफ्तारी के विरोध में धरना-प्रदर्शन कर रहे धर्म संसद से जुड़े पांच संतों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के उल्लंघन के आरोप में हरिद्वार कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। पिछले कई दिन से जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की गिरफ्तारी के विरोध में यति नरसिंहानंद की अगुवाई में धर्म संसद से जुड़े संत अनशन कर रहे थे।

जब शनिवार रात यति नरसिंहानंद की गिरफ्तारी हुई तो अन्य संत अनशन पर डटे रहे। चूंकि कोरोना संक्रमण को लेकर गाइडलाइन जारी है, ऐसे में पांच संतों पर खड़खड़ी चौकी प्रभारी विजेंद्र कुमांई की तरफ से यह कार्रवाई की गई है। कोतवाली प्रभारी राकेंद्र सिंह कठैत ने बताया कि धर्मसंसद कोर कमेटी के संयोजक आनंद स्वरूप, अध्यक्ष प्रबोधानंद गिरि, सागर सिंधुराज, अमृतानंद और शिवानंद के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम की धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है।
संत की तबीयत बिगड़ी, धरना समाप्त
धर्म संसद के बाद दर्ज हुए मुकदमों की वापसी और जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की रिहाई की मांग को लेकर चार दिन से चल रहा धरना संतों ने अचानक समाप्त कर दिया। रविवार रात 10 बजे अनशनरत स्वामी अमृतानंद की तबीयत बिगड़ने के बाद सर्वानंद घाट से धरना समाप्त कर संत आश्रमों को लौट गए। धर्म संसद कोर कमेटी अध्यक्ष महामंडलेश्वर प्रबोधानंद गिरी का कहना है कि आगे की रणनीति के लिए जल्द कोर कमेटी की बैठक बुलाई जाएगी।
बीते रविवार को सर्वानंद घाट पर प्रतिकार सभा के दौरान को कोर कमेटी के संतों ने संतों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने, जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी और यति नरसिंहानंद की रिहाई होने तक धरना जारी रखने का ऐलान किया था। जितेंद्र त्यागी की गिरफ्तारी के तुरंत बाद बाद यति नरसिंहानंद और स्वामी अमृतानंद सर्वानंद घाट पर अनशन पर बैठ गए थे। तीसरे दिन रात के समय पुलिस ने यति नरसिंहानंद को भी गिरफ्तार कर लिया था।
सर्वानंद घाट पर स्वामी अमृतानंद ही अनशन पर बैठे हुए थे। 'हिन्दुस्तान' से बातचीत में महामंडलेश्वर प्रबोधानंद गिरी ने कहा कि रविवार रात लगभग 10 बजे धरना स्थल से फोन आया कि स्वामी अमृतानंद की तबीयत काफी खराब हो गई है। हमारे लिए संत का जीवन बचाना जरूरी था। धरना तो आगे भी दिया जा सकता है। संत भी सुरक्षित रहे और अनशन भी चलता रहा।
रात को तबीयत बिगड़ने के बाद कोर कमेटी ने तुरंत फैसला लिया। हमारा सत्यागृह खत्म नहीं हुआ है। वह चलता रहेगा। देश भर में धर्म संसद चलती रहेगी। प्रयागराज में 28 को माघ मेले में धर्म संसद बड़े स्तर पर होगी। वहां भी प्रतिकार सभा होगी। उन्होंने कहा कि जितेंद्र त्यागी और यति की रिहाई को लेकर वकील अपना काम कर रहे हैं।
यति को वसीम रिजवी की बैरक में रखा
महिलाओं को लेकर अमर्यादित टिप्पणी और धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में जेल भेजे गए जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद जेल में पहले दिन खामोश रहे। जेल में वसीम रिजवी उनके साथ एक ही बैरक में हैं। यति नरसहिंानंद को शनिवार की रात हरिद्वार पुलिस ने उनके खिलाफ दर्ज दोनों मामलों में गिरफ्तार किया था।
शनिवार रात सीने में दर्द होने की वजह से जिला अस्पताल में गुजरी थी, लेकिन रविवार सुबह पुलिस ने मेडिकल परीक्षण के बाद कोर्ट में पेश कर जेल में शिफ्ट कर दिया था। बकौल जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य यति नरसिंहानंद ने किसी भी तरह की कोई इच्छा नहीं व्यक्त की है। सुबह उठकर योग भी किया। सुबह के वक्त अखबार उन्होंने मांगा था।
बजरंग दल के नेता पर केस
धार्मिक उन्माद फैलाने के आरोप में बजरंग दल के एक नेता पर मुकदमा दर्ज किया गया है। विधानसभा चुनाव के दौरान एक भड़काऊ ऑडियो टेप वायरल होने के बाद सिडकुल पुलिस ने यह कार्रवाई की है। इधर, डीआईजी-एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। आरोप है कि वायरल ऑडियो में बजरंग दल का नेता अंकित निवासी महादेवपुरम कॉलोनी भड़काऊ बयान दे रहा है।
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