उत्तराखंड

क्या चुनावी रैलियां वर्चुअली और वोटिंग ऑनलाइन हो सकती है, नैनीताल HC ने खड़े किए सवाल

Gulabi
6 Jan 2022 5:09 AM GMT
क्या चुनावी रैलियां वर्चुअली और वोटिंग ऑनलाइन हो सकती है, नैनीताल HC ने खड़े किए सवाल
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नैनीताल HC ने खड़े किए सवाल
नैनीताल हाईकोर्ट ने राज्य में ओमिक्रॉन व कोरोना के मामले बढ़ने से विधान सभा के चुनाव व रैलियों को स्थगित किए जाने के मामले में दायर जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद चुनाव आयोग व भारत सरकार से पूछा है कि क्या चुनावी रैलियां वर्चुअली और वोटिंग ऑनलाइन हो सकती है। नैनीताल हाईकोर्ट ने 12 जनवरी तक इस मामले में सरकार से जवाब देने को कहा है।
गौरतलब है कि उत्तराखड में भी कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। उत्तराखंड में एक दिन में पांच सौ से ज्यादा नए कोरोना मरीज मिले हैं। संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ने के कारण सक्रिय मरीजों की संख्या (एक्टिव केस) का आंकड़ा एक हजार पार हो गया है जबकि 24 घंटे में 119 संक्रमित मरीज ठीक हुए हैं। प्रदेश में अब तक 346468 लोग संक्रमित हो चुके हैं।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण का ग्राफ तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। बीते 24 घंटों में प्रदेश के सभी 13 जिलों में 505 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। जिसमें देहरादून जिले में 253 संक्रमित मिले हैं। हरिद्वार में 64, नैनीताल में 55, पौड़ी में 60, ऊधमसिंह नगर में 37, बागेश्वर में नौ, अल्मोड़ा, चमोली व टिहरी में पांच-पांच, चंपावत में तीन, पिथौरागढ़ में छह, उत्तरकाशी में दो, रुद्रप्रयाग जिले में एक संक्रमित मिला है। राहत यह है कि किसी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई है। जबकि 119 मरीजों ने संक्रमण को मात दी है। इन्हें मिलाकर अब तक 331628 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
संक्रमितों की तुलना में ठीक होने वालों की संख्या कम है। जिससे प्रदेश में सक्रिय मरीजों का आंकड़ा एक हजार पहुंच गया है। प्रदेश की रिकवरी दर 96 प्रतिशत घट कर 95.72 प्रतिशत हो गई है। वहीं, सैंपल जांच के आधार पर संक्रमण दर 2.74 प्रतिशत पहुंच गई है। जो एक सप्ताह पहले 0.19 प्रतिशत थी। देहरादून जिले की संक्रमण दर 8.7 प्रतिशत दर्ज की गई।
पहाड़ों में भी बढ़ने लगे संक्रमित मामले
मैदानी जिले देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर के बाद नौ पर्वतीय जिलों में संक्रमित मामले बढ़ने लगे हैं। पर्वतीय जिलों में पौड़ी में एक ही दिन में 60 नए संक्रमित मिले हैं। प्रदेश में जिस रफ्तार से संक्रमित मामले बढ़ रहे हैं, उससे तीसरी लहर की दस्तक से इनकार नहीं किया जा सकता है।
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