केंद्र की मोदी सरकार के नौ साल के कार्यकाल पूरा होने पर उत्तराखंड में भी भारतीय जनता पार्टी के द्वारा महा जनसंपर्क अभियान चलाया गया। जिसमें लोकसभा चुनाव को देखते हुए लोकसभा क्षेत्र के हिसाब से पार्टी ने कई लक्ष्य निर्धारित किए थे। प्रदेश के विशिष्ट क्षेत्रों में विशिष्ट पहचान रखने वाले व्यक्तियों से संपर्क करने का भी पार्टी ने लक्ष्य रखा था और उन्हें केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार की योजनाओं की भी जानकारियां दी गई है।
महा जनसंपर्क अभियान में 93 % लक्ष्य पूरा
भारतीय जनता पार्टी के के महा जनसंपर्क अभियान के शुरूआत पर कुछ लक्ष्य रखे थे। इसमें 5000 विशिष्ट लोगों से संपर्क का अभियान पार्टी ने लक्ष्य रखा था। जिसके तहत अभी तक पार्टी ने 4657 लोगों से मुलाकात की है। यानी कि 93% लक्ष्य पार्टी के द्वारा हासिल किया गया है।
टिहरी लोकसभा में यह लक्ष्य 72% तक पहुंचा है तो पौड़ी गढ़वाल में यह लक्ष्य 60% तक पहुंचा है। ये दोनों जिले अभी तक इस अभियान में काफी पीछे चल रहे हैं। अल्मोड़ा में विशिष्ट लोगों से मुलाकात करने का जो लक्ष्य रखा गया था उसमें 109% लक्ष्य पार्टी ने हासिल किया। वहीं नैनीताल उधम सिंह नगर लोक सभा सीट पर यह लक्ष्य 114% से ऊपर पहुंचा है जबकि हरिद्वार में 108% तक लक्ष्य पहुंचा है।
घर-घर जाकर जनता को बताई सरकार की योजनाएं
विशिष्ट लोगों से मुलाकात के साथ घर घर पहुंचकर पार्टी ने केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार की योजनाओं को भी जनता के बीच रखा है। साथ ही पार्टी के मुखिया के नंबर से मिस कॉल के माध्यम से पार्टी से जुड़ने का भी लक्ष्य भाजपा के द्वारा तय किया गया था। जिसके तहत 6,29,774 परिवारों के मुखिया के नंबर से पार्टी के द्वारा मिस कॉल करवाई गई है। जिनको डबल इंजन सरकार की योजनाओं से अवगत भी कराया गया है।
लोकसभा क्षेत्रों के साथ विधानसभा स्तर पर भी पार्टी ने कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं। खासकर जिनको केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ मिला है उनके लिए पार्टी के द्वारा लाभार्थी सम्मेलन आयोजित किए गए पार्टी के द्वारा पूरे प्रदेश में 45401 लाभार्थी सम्मेलन आयोजित किए गए।
वहीं 29565 टिफिन बैठक की भी आयोजित की गई। जबकि पार्टी की मजबूती के लिए सभी मंत्रियों के सम्मेलन भी आयोजित किए गए। जिनमें केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार की योजनाओं की जानकारी दी गई। पूरे प्रदेश में 20225 सम्मेलन बूथ स्तर तक किए गए है।
बढ़ाई गई महा जनसंपर्क अभियान की अवधि
पार्टी के द्वारा पहले महा जनसंपर्क अभियान 15 जुलाई तक बढ़ाया गया था। लेकिन जिन पहाड़ी राज्यों में मौसम अभियान को लक्ष्य हासिल करने में बाधा बना है उन राज्यों में अभियान को आगे बढ़ाया गया है। उत्तराखंड भी उन्हीं राज्यों में से एक है ऐसे में पार्टी को उम्मीद है कि जो लक्ष्य पार्टी के द्वारा तय किया गया था उससे अधिक लोगों से पार्टी संपर्क करेगी खासकर टिहरी और पौड़ी गढ़वाल में जिस तरीके से लक्ष्य से पार्टी अभी कुछ पीछे हैं उसे भी अब हासिल कर लिया जाएगा।
महा जनसंपर्क अभियान पार्टी के लिए संजीवनी
बीजेपी के लिए प्रदेश में अगर महा जनसंपर्क अभियान को देखें तो पार्टी के लिए यह जनसंपर्क अभियान अभी तक लोकसभा चुनाव से पहले संजीवनी के रूप में देखा जा रहा है। क्योंकि पार्टी के वर्तमान में जहां 15 लाख से ज्यादा कार्यकर्ता सदस्य हैं। तो वहीं छह लाख से ज्यादा लोगों से पार्टी ने मिस कॉल करवा कर पार्टी की रीती नीतियों से छह लाख परिवारों के मुखिया को भी पार्टी के प्रति प्रभावित करने का काम किया है।
इसके साथ ही समाज में अलग-अलग क्षेत्रों में विशिष्ट पहचान रखने वाले 5000 के करीब लोगों से उनके घर जाकर भी संपर्क किया है। ऐसे में देखना ये होगा कि आखिरकार लोकसभा चुनाव में पार्टी को इस महा जनसंपर्क अभियान का कितना फायदा मिलता है। इस अभियान से पार्टी पर जनता कितना मेहरबान होती है?