उत्तराखंड
भाजपा विधायक बोले राज्य बनने के बाद हर भर्ती में हुई धांधली
Gulabi Jagat
28 Aug 2022 2:12 PM GMT

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Uttarakhand Vidhan Sabha Recruitments : यूकेएसएसएससी पेपर लीक प्रकरण की जांच के बाद अब उत्तराखंड विधानसभा की भर्तियों में की जांच होगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मीडिया से बातचीत करते वक्त इसके संकेत दिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष से जांच के लिए बात की गई है। गड़बड़ी मिलने पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस ने फूंका वित्त मंत्री का पुतला
उत्तराखंड विधानसभा में हुई नियुक्ति में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए ऋषिकेश में कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं ने तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष व वर्तमान वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का देहरादून तिराहे पर पुतला फूंककर विरोध जताया।
इस दौरान अखिल भारतीय कमेटी का सदस्य जयेंद्र रमोला ने कहा कि उत्तराखंड विधानसभा में सरकार के विगत कार्यकाल में बड़ी संख्या में बैक डोर से विभिन्न पदों पर भर्तियां की गई, जिसमें पारदर्शिता को पूरी तरह से ताक पर रखा गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने इन पदों पर अपने चहेतों, रिश्तेदारों और सरकार के मंत्रियों के करीबियों व रिश्तेदारों को बैकडोर से भर्ती करने का काम किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में भाजपा की सरकार प्रदेश के युवाओं के साथ छल कर रही है। सरकारी नौकरियों की खरीद-फरोख्त की जा रही है और माफिया नौकरियों को बेचने का काम कर रहे हैं।
महानगर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर राय व प्रदेश सचिव विवेक तिवारी ने कहा कि युवाओं के भविष्य के साथ छल करने वाली ऐसी सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की।
पार्षद राकेश सिंह ने कहा की शहरी विकास मंत्री ने पहले अपने बेटे और अब अपने भांजे को नौकरी देने का काम किया। पुतला फूंकने वालों में पार्षद भगवान सिंह पंवार, राकेश सिंह, शकुंतला शर्मा, प्रदेश महासचिव मदन मोहन शर्मा, वैसाख सिंह पयाल, राजेन्द्र कोठारी, अशोक शर्मा, धर्मेन्द्र गुलियाल, कपिल शर्मा, मीना ओवराय, जगजीत सिंह जग्गी आदि उपस्थित थे।
राज्य बनने के बाद हुई भर्तियों की होनी चाहिए जांच : किशोर
टिहरी से भाजपा विधायक किशोर उपाध्याय ने कहा कि उत्तराखंड बनने के बाद राज्य के विभिन्न विभागों में हुई सभी नियुक्तियों की जांच होनी चाहिए। भर्तियों में धांधली की शिकायतों की न केवल निष्पक्ष जांच की जाए, बल्कि दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई भी हो। विधायक ने टिहरी बांध की पीएसपी के तहत कार्यरत कंपनियों में स्थानीय युवाओं की उपेक्षा का भी आरोप लगाया।
टिहरी विधायक उपाध्याय ने पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही। प्रदेश में भर्तियों में हुई धांधली के सवाल पर उन्होंने कहा कि अलग राज्य बनने के बाद से अब तक हुई भर्तियों की जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कानूनन कार्रवाई होनी चाहिए। विधायक ने कहा कि टीएचडीसी के पंपिंग स्टोरेज प्लांट पीएसपी के तहत कार्यरत कंपनियों में स्थानीय निवासियों की उपेक्षा हो रही है।
उनका कहना है कि रविवार को उन्होंने पीएसपी के अधीन शिवालिक कंपनी का निरीक्षण किया, जहां अव्यवस्था का बोलबाला था। यहां कार्यरत कर्मचारियों का कहना था कि उन्हें जितना मानदेय मिलना चाहिए था, उतना नहीं दिया जाता है और खाने की गुणवत्ता भी सही नहीं है।
उनका कहना है कि जो आंकड़े उनके पास हैं, उसके तहत केवल 23 प्रतिशत स्थानीय लोग ही कंपनी में कार्यरत हैं। बांध के लिए सब कुछ त्याग करने वाले 70 प्रतिशत स्थानीय व्यक्तियों को कंपनी में रोजगार मिलना चाहिए। इस संबंध में उन्होंने टीएचडीसी के सीएमडी व कंपनी के ईडी से भी वार्ता की है और उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष विजय कठैत, विक्रम तोपवाल, जगदंबा भट्ट, दिनेश भट्ट आदि मौजूद थे।

Gulabi Jagat
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